त्रिपुरा में मुस्लिम विरोधी हिंसा तत्काल रोकी जाए: एसआईओ
विशेष संवादाता
नई दिल्ली – स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (एसआईओ) ने त्रिपुरा में मुस्लिम विरोधी हिंसा पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
दिनों बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के अवसर पर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा फैल गई, जिसके कारण कई मंदिरों सहित हिंदू पूजा स्थलों पर भी हमले हुए। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित कई संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए बांग्लादेश की सीमा से लगे त्रिपुरा राज्य में प्रदर्शन प्रारंभ कर दिए । लेकिन इन प्रदर्शनों ने राज्य के मुसलमानों के खिलाफ़ हिंसक रूप धारण कर लिया।
उनाकोटी, पश्चिम त्रिपुरा, सिपाहीजला और गोमती त्रिपुरा जिलों में मुस्लिम विरोधी हिंसा हुई है। मस्जिदों में तोड़फोड़, घरों पर पथराव और मुस्लिम फेरीवालों को इलाका छोड़ने के लिए मजबूर करने की घटनाएं हुई हैं।
इस सब में मुख्यमंत्री और राज्य प्रशासन पूरी तरह से मूकदर्शक बना हुआ है । ऐसे में एसआईओ और एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स ने शुक्रवार को उनाकोटी के ज़िला कलेक्टर और एसपी से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा और साथ ही पूरे राज्य के मुसलमानों की सुरक्षा और शांति की मांग की। एसपी ने उम्मीद जताई कि उनके द्वारा जल्द ही कोई ठोस कदम उठाए जाएंगे और ज़िला कलेक्टर ने कहा कि कैलाशहर और कुमारघाट में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए बैठक की जाएगी ।
एसआईओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सलमान अहमद ने कहा, “त्रिपुरा में स्थिति तेज़ी से बिगड़ रही है । बांग्लादेश में हिंदू विरोधी हिंसा का विरोध त्रिपुरा में मुसलमानों के खिलाफ़ हिंसक हो रहा है। राज्य सरकार द्वारा इसे पूरी तरह से नज़रंदाज़ किया जा रहा है । हम मांग करते हैं कि हिंसा बंद हो। इसे रोकने के लिए राज्य स्तर पर तत्काल कदम उठाए जाएं और दोषियों के खिलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाए।”