बच्चों सहित अतिथियों ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज, दी सलामी
निम्न आय वर्ग के बच्चों द्वारा झंडे फहरा कर आजादी के अमृत महोत्सव का जश्न मनाया गया ।
भारत सरकार द्वारा राष्ट्र प्रेम की भावना को नई गति और शक्ति प्रदान करने के उद्देश्य से आजादी के अमृत महोत्सव में हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है। इस भावना को नव ऊर्जा से ओतप्रोत करने के उद्देश्य से,आज विवेकानंदन नीडम में संचालित सेवार्थ पाठशाला पर डेढ़ सौ बच्चों को ध्वज वितरित करके राष्ट्रीय ध्वज के महत्व और अभियान के उद्देश्य से परिचित कराया गया। कार्यक्रम के अतिथि एडीएम अनिल बनवारिया तथा महिला बाल विकास अधिकारी राहुल पाठक थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पाठशाला समूह के संरक्षक ओ पी दीक्षित ने की। नारी शक्ति उत्थान संगठन की ओर से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था , उत्साह और उमंग के वातावरण में ध्वज लेकर के इस कार्यक्रम में अपनी सहभागिता की। विवेकानंद नीडम के नैसर्गिक और आनंददायी वातावरण में जब बच्चे ध्वज लेकर के चहक रहे थे। उस समय प्रतीत हो रहा था कि मां वसुंधरा अपने नौनिहालों को देखकर प्रफुल्लित और पुलकित हो रही हैं।उसकी प्रतिनिधि दीप्ति सांघी जी, आशा जी, किरण जी ने बच्चों को फल तथा मूल्यांकन परीक्षा में उपलब्धि के आधार पर बच्चों में स्टेशनरी का वितरण भी किया। इस अवसर पर समाजसेवी संजय झवर साहब, चार्टर्ड अकाउंटेंट राहुल जैन ,पाठशाला के संयोजक भूत पूर्व सेना अधिकारी मनोज पांडे , कोषाध्यक्ष मोहनलाल, सेवानिवृत्त एसडीओ योगेश जी ,स्वयंसेवक श्रीमती ज्योति राजोरिया ,भावना प्रजापति, पूजा परिहार, नीलम लखेरे, एसके त्यागी, राहुल जैन इत्यादि तथा डेढ़ सौ के लगभग बच्चे उपस्थित थे। अपने प्रेरक उद्बोधन में अतिथियों ने बच्चों में केसरिया तथा हरे रंग में समाहित भावनाओं को जीवन में धारण करने का आव्हान किया। अतिथियों ने कहा कि जब बच्चों आप पढ़ लिख कर के राष्ट्र और समाज के श्रेष्ठ और चरित्रवान नागरिक बनोगे तो राष्ट्र के शांति और समृद्धि की स्थापना में आपका योगदान स्वाभाविक रूप से मिलेगा। प्राथमिक दायित्व यह है कि आप अभी नियमित रूप से विद्यालय जाएं, सेवार्थ पाठशाला के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का प्रयास करें। इस अवसर पर पौधारोपण भी किया गया। राष्ट्रगान के साथ आज का यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। पर्यावरण विद् प्रदीप लक्षणे एवं वरिष्ठ पत्रकार जावेद खान भी इस अवसर पर कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे थे, कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान से संपन्न हुआ!