झुंझुनू। जिले में गुरुवार सुबह हुई मानसून की पहली तेज बारिश ने पालिका प्रशासन के आपदा प्रबंधन के दावों की पोल खोल कर रख दी। करीब एक घंटे की मूसलाधार बारिश से जिले में चारों तरफ पानी ही पानी हो गय। स्कूल व घरों में पानी भरने से लोग कैद होकर रह गए। बिसाऊ कस्बे में नंदपुरा बालाजी के पास बने रेलवे अंडर ब्रिज में भरे पानी में फंसी कार में बैठे लोगों को बड़ी मुश्किल से बचाया गया।
जलदाय विभाग नोहर में एक्सईएन रामदयाल मीणा का परिवार सरदारशहर से बिसाऊ होते हुए अपनी कार से घर अलवर जा रहा था। नंदपुरा बालाजी के पास बने रेलवे अंडर ब्रिज में काफी तादाद में पानी जमा होने से कार पानी में फंस कर बंद हो गई। एक्सईएन की पत्नी तथा बच्चों की आवाज सुनकर लोगों ने कड़ी मशक्कत से रस्से आदि से चालक सहित चार जनों को सकुशल बाहर निकाला। परिजनों की सूचना पर करीब दो घंटे बाद एक्सईएन मीणा मौके पर पहुंचे तो बीवी-बच्चों को सकुशल पाकर मदद करने वाले लोगों तथा भगवान का शुक्र अदा किया।
बिसाऊ में तेज बारिश के कारण जांगिड़ भवन के पास नाला टूटने से पास रहने वाले रणजीत के घर में पानी ही पानी हो गया। लेकिन पानी के अनवरत बहने से रणजीत और उसका परिवार घर में कैद होकर रह गया। रणजीत ने बताया कि पानी नहीं रोका गया तो डूबने जैसे हालात बन जाएंगे। गुरुवार सुबह हुई बारिश से महनसर में लोगों की तकलीफ पहले से ज्यादा बढ़ गई। गांव के हीरालाल सैनी ने बताया कि बारिश का पानी कई घरों में घुसने से लोगों को परेशानी हुई।
कस्बा पिलानी में मानसून के मेघ लगभग 22 घंटे तक लगातार झूमकर बरसे। कस्बा पिलानी में बुधवार शाम को लगभग चार बजे से मानसून के मेघ बरसना शुरू किया जो गुरुवार को दोपहर एक बजे तक कभी तेज व कभी रिमझिम कर लगभग 22 घंटे तक बरसें। पिलानी के सभी मुख्य मार्गों,कस्बे के मोहल्लों व गलियों में पांच-छह फुट तक बरसात का पानी भर गया। जिससे राहगीरों, स्कूली विद्यार्थियों व वाहन चालकों को आने जाने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। चांडक मार्ग स्थित वासुदेव शर्मा पनवाड़ी के घर में बरसात का पानी घुस गया।
मुकुन्दगढ़ कसबे में बीती रात से हो रही बारिश ने पूरे कस्बे को जलमग्न कर दिया। बारिश के कारण कस्बे की कई कॉलोनियों में जलमग्न हो गई। वहीं दोपहर तक कस्बे के बाजार तक नहीं खुले। बाहरी इलाकों के अंडर पास भी लबालब हो गए। बिजली सप्लाई भी बाधित रही। निचले इलाकों के घरों में बारिश का पानी घुस गया। अनेक सडक़ों पर पानी भराव की स्थिति हो गई।
पचेरी कलां के स्वतंत्रता सैनानी पंडित ताडक़ेश्वर शर्मा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बारिश का पानी इतना भर चुका है कि स्कूल तालाब बन चुका है। सूचना पर उपखंड अधिकारी जयसिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने पंचायत को पानी निकासी के लिए व्यवस्था करने का आदेश दिया। प्रिंसीपल ने बताया कि बच्चे पानी को पार कर क्लास रुम तक पहुंच नहीं सकते थे। इसलिए छुट्टी कर दी गई। क्लास रुम की दीवार में भी दरारें आ गई।
कलाखरी गांव में रास्ते में जमा बारिश के पानी से चारदीवारी ढह गई वहीं कई मकानों में भी नुकसान हुआ हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया हैं। गांव में सीसी सडक़ निर्माण के लिए ठेकेदार ने जेसीबी से गड्ढे खोदकर रख दिए। उसके बाद निर्माण कार्य बंद कर दिया। ग्रामीणों ने बारिश से मकानों में नुकसान होने की संभावना जताते हुए प्रशासन को शिकायत भी की गई थी। लेकिन अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। अब बारिश से जमा पानी से चारदीवार ढह गई। मकानों में भी काफी नुकसान हो गया। ग्रामीणों का आरोप हैं कि शिकायत के बाद भी प्रशासन व ठेकेदार समय रहते सुनवाई कर लेते तो नुकसान होने से बचाया जा सकता था।
मण्ड्रेला कस्बे व पास पड़ौस के गांवों में गुरू वार रात्रि से दोपहर तक कभी तेज व कभी हल्की-तेज बारिस की झड़ी करीब 12 घंटों तक लगी रही। कस्बे में तेज बारिश होने से जहां लोगों को भारी उमस व गर्मी से निजात मिली। वहीं कि सानों के चेहरे भी खिल उठे। लोगों का कहना है कि लगभग तीन दशक बाद ऐसी वर्षा की झड़ी देखने को मिली है। वर्षा से जहां निचले इलाकों में पानी भर गया। वहीं वर्षा रूकने के बाद भी दोपहर दो बजे तक पुराने बस स्टैंड सहित कई इलाक में वर्षा का पानी जमा रहने से राहगीरों को आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लगातार वर्षा होने से कस्बे की विद्युत लाइनों में फाल्ट आने से करीब 14 घंटे तक बिजली सप्लाई बाधित रही।
रातभर से क्षेत्र में हो रही तेज बरसात से सिंघाना कस्बे में वार्ड नंबर आठ में गत 28 साल से चारपाई पर जिंदगी गुजार रहे दिव्यांग ओमप्रकाश मीणा का बरसात से मकान ढह गए। बाथरूम व रसोई पूरी तरह से कचरे के ढेर में तब्दील हो गए।जबकि मकानों में दरार आ गई। ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि पहाड़ी से आए बरसात के पानी का आगे निकासी का कोई माध्यम नहीं होने से पूरा पानी घर के बाहर जमा हो गया। तेज बहाव का पानी मकानों में घुसकर मकान को ढहा दिया। दिव्यांग के परिवार ने पड़ौसियों के घर में जाकर शरण ली।
जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर आठके इस पीडि़त परिवार से राम और राज दोनों रूठे हुए है। इस परिवार के पास सिर को ढकने के लिए एकमात्र मकान था। जो अब बरसात में शौचालय बाथरूम तो ढह गया। गटर धंसने से मिट्टी काफी दूर तक धंसी हुई है। जिससे बचा हुआ मकान ढहने की कगार पर है। घर का मुखिया दिव्यांग होने के कारण घर में अर्थिक तंगी है। सरकार द्वारा भी इस परिवार की कोई सहायता नहीं की गई।
तेज बरसात से दिव्यांग ओमप्रकाश के हुए नुकसान की सूचना पर बुहाना तहसीलदार प्रभुदयाल व्यास मय टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पटवारी जगदीश व अनिलकुमार को आवश्यक रिपोर्ट बनाकर देने के निर्देश दिए।