राजकुमार शर्मा (ब्यूरो सुल्तानपुर)
सुलतानपुर में आज पीसीएफ गोदाम के भंडार नायक ने खुदखुशी कर ली। आरोप है कि गोदाम में विभागीय कर्मचारियों ने लाखों की खाद का गबन कर लिया और सारा आरोप भंडार नायक पर मढ़ने की तैयारी में थे। इसके लिये बीती रात भंडार नायक ने अपने दोस्त से मोबाइल पर चर्चा कर ली थी। फिलहाल मृतक और दोस्त की ऑडियो रिकॉर्डिंग…. पूरे मामले पर खुद ब खुद पर्दा उठा रहा है।
https://youtu.be/c-VHAXFkDFk
दरअसल ये मामला नगर कोतवाली के पयागीपुर स्थित पीसीएफ गोदाम का। इसी गोदाम पर लखनऊ का रहने वाला सिद्धार्थ वर्धन भंडार नायक के पद पर तैनात था। बीती रात सिद्धार्थ ने अपने लखनऊ के दोस्त आदर्श को फोन किया और कहा कि उसके गोदाम में करीब 100 टन खाद गोदाम से गायब है। जिसमें विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत बताते हुये सिद्धार्थ ने सुसाइड करने की बात कही। सिद्धार्थ का दोस्त आदर्श उसे लाख समझाता रहा लेकिन उसने उसकी कोई बात न सुनी और रात में सुसाइड कर लिया। हैरानी की बात तो ये है पीसीएफ गोदाम में 16 कर्मचारी हैं। रात में भी करीब 4-5 लोग रुकते हैं। लेकिन उसे अस्पताल आज दोपहर लाया गया। जहां जिला अस्पताल लाते समय सिद्धार्थ की मौत हो गई।वहीं आदर्श की माने तो पिछली बार भी इसी गोदाम पर कार्यरत रंगबहादुर ने करीब साढ़े 7 टन खाद का घोटाला किया था। उसके बावजूद उसपर कोई कार्यवाही नही हुई।
वहीं इस मामले पर जब रनबहादुर से बात की गई तो वो अपने आप को पाक साफ बता रहा है। उसकी माने तो रात में घर चला गया था आज वापस पहुंचा उसे आज इस बात की जानकारी हुई।
हैरानी की बात तो ये रही कि पीसीएफ गोदाम के प्रबंधक प्रमोद कुमार को गोदाम में खाद की कमी की कोई जानकारी ही नही। उन्होंने कहा कि मृतक सिदार्थ वर्धन की प्रगति ठीक नही थी, इसी वजह से उनपर कड़ाई की गई थी। कि अगर ऐसा था तो उन्हें पुलिस कंपलेन करना चाहिये था।
फिलहाल हरकत में आये जिला प्रशासन ने पीसीएफ गोदाम को सील करवा दिया है और मामले की जांच करवाए जाने की बात कही जा रही है।