एसडीएम ने अमले और भारतीय सर्वेक्षण विभाग के साथ किया शुभारंभ
खरगोन 18 जनवरी 2021/ जिले की भूमि पर पहली बार जीआईएस आधारित सर्वेक्षण व भूमापन कार्य प्रारंभ हो गया है। सोमवार को गोगावां तहसील के बिलखेड़ गांव से कार्य का शुभारंभ राजस्व और भारतीय सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों ने ड्रोन के माध्यम से प्रक्रिया प्रारंभ की है। ज्ञात हो कि भारत सरकार द्वारा स्वामित्व योजनांतर्गत प्रत्येक व्यक्ति को अधिकार अभिलेख प्रदान किया जाएगा। मप्र भू-राजस्व संहिता-1959 की धारा 64, 107 (1) (ख) और मप्र भू-राजस्व संहिता (भू सर्वेक्षण व भू-अभिलेख) नियम 2020 के अंतर्गत कार्य किया जा रहा है। इसके अंतर्गत ग्रामीण संपत्ति का रिकार्ड तैयार होगा, जिससे ग्राम पंचायतें और ग्रामीण आम नागरिक लाभांवित होंगे। इस कार्य के तमाम प्रक्रियाओं के बाद प्रत्येक व्यक्ति को अधिकार अभिलेख पत्र दिया जाएगा। ड्रोन के माध्यम से सर्वे होगा, जिससे संबंधित गांव की आबादी स्थल की एक इमेजरी तैयार होगी, जिसे आर्थोरेसर्टिफिकेशन किया जाएगा। इसके बाद संबंधित गांव की आबादी भूमि का डिजीटल प्रारूप नक्शा तैयार होगा। इसी के आधार पर ई-अधिकार अभिलेख तैयार किया जाएगा।
885 आबादी घोषित गांवों का होगा सर्वे
एसएलआर पवन वास्केल ने जानकारी देते हुए बताया कि सन 1948 के बाद से लगातार समय-समय पर घोषित आबादी गांव की अधिसूचना जारी होती रही है। अब जीआईएस आधारित आबादी सर्वे में आज की स्थिति में जिले में 885 गांवों का सर्वे होगा। ड्रोन द्वारा आबादी सर्वे कर केवल उन संपत्तिधारकों का अधिकार अभिलेख तैयार किया जाएगा, जो मप्र भू राजस्व संहिता-1959 (यथा संशोधित 2018) के लागू होने की दिनांक 25 सितंबर 2018 को आबाद भूमि पर अधिभोगी है अथवा जिन्हें इस दिनांक के पश्चात विधिपूर्वक आबादी भूमि में भूखंड का आवंटन किया गया।
एसडीएम ने ड्रोन का पूजन कर किया श्रीगणेश
बिलखेड़ गांव में ड्रोन द्वारा आबादी सर्वे कार्य प्रारंभ करने से पूर्व एसडीएम सत्येंद्रसिंह ने ड्रोन का पूजन कर श्रीगणेश किया। इसके पश्चात आगे की कार्यवाही प्रारंभ हुई। नायब तहसीलदार दयाराम अवास्या ने बताया कि बिलखेड़ बुजुर्ग तहसील गोगावां में आबादी भूमि का ड्रोन के माध्यम से सर्वे प्रारंभ हुआ है। इस गांव की कुल आबादी 1762 और कुल आबादी भूमि 12 एकड़ 74 डेसीमल है। इस दौरान गोगावां तहसीलदार राधेश्याम पाटीदार भी उपस्थित रहे।