हैंडपंप सूखने से आदिवासियों के कंठ प्सासे
पानी लेने जाते हैं दूसरे गांव बच्चों को नहीं नहलाया 4 दिन से
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्यारसपुर जनपद की ग्राम पंचायत मडिया जामुन के ग्राम, गमिरिया के आदिवासी पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे. ग्राम के बबलू आदिवासी ने बताया कि, हमने अपने बच्चों को 4 दिन से नहीं नहलाया है. बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. बरसों से कुंआर के महीने में ही हैंड पंप से पानी आना बंद हो जाता है. हमारे पड़ोसी गांव में पानी ना होने की वजह से, अन्य जगह चले गए. ग्रामों में जाकर 2 किलोमीटर की दूरी से पानी भरकर लाते हैं. आदिवासियों ने एक स्वर में कहा है कि, सरकार हमें पानी दे दो, पेयजल समस्या से लोग आज भी जूझ रहे हैं. ग्राम के सरपंच सचिव को कई बार समस्या से अवगत करा दिया गया है, इसके बाद भी पेयजल समस्या जस की तस बनी हुई है. ग्राम के सरपंच का कहना है कि, नल जल योजना के तहत स्वीकृति के लिए आवेदन दिया है. अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है, गांव के लोग पानी ना मिलने के कारण पलायन कर रहे हैं. इस संबंध में जब जनपद पंचायत सीईओ भगवान सिंह राजपूत से बात की गई तो, उनका कहना है कि, हम पेयजल समस्या का जल्द ही समाधान निकाल कर, ग्रामीणों को पानी उपलब्ध करवाएंगे.