16 जून से 15 अगस्त तक प्रजन्न काल के दौरान मत्स्य आखेट ओर परिवहन पर प्रतिबंध के बावजूद भी हो रहा है मत्स्य आखेट
/–पुनासा नर्मदा नगर से लगे गुल्ला डाबरी हेला खो रामपाल ओर भेट खेड़ा में करीब रोजाना करीब 50 60 नावों से जाल डाल कर अवैध रूप से मत्स्य आखेट का कारोबार जोरो पर किया जा रहा है ओर ठेकेदार की बोट से परिवहन किया जा रहा है ओर देवास जिले के धारा जी ले जा कर उसे देवास जिले के पीपरी में किराए पर लिए गए ठेकेदार के रुम पर पहुचा दिया जाता है वहा से मछली पिकप वाहन की मदद से इंदौर रोजाना भेजी जा रही है जहां उसे बेच दिया जाता है
ओम्कारेश्वर परियोजना के बेक वाटर में खुले आम प्रशासन के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है और ओम्कारेश्वर बांध जलाशय के मत्स्य आखेट करने का ठेका जिस ठेकेदार को दिया गया है वही रोज दिनदहाड़े मत्स्य महासंघ को ठेंगा दिखाते हुए अवैध रूप से मत्स्य आखेट करवा रहा है
जबकि जिस जगह मत्स्य आखेट यह कार्य चल रहा है वहा से मत्स्य महासंघ के रीजनल मैनेजर का आफिस कुछ 2 किलोमीटर दूर है इसे कहते है चिराग तले अंधेरा मत्स्य महासंघ चाहे तो कार्यवाही कर सकती है मगर जब भी मामले की जानकारी महासंघ को दी जाती है तब किनारो से कुछ जाल ओर टियूब उठा कर छोटी मोटी कार्यवाही कर इतिश्री कर ली जाती ही ओर कार्य फिर शुरू हो जाता है महासंघ के पास सभी सुविधओं के बावजूद हर वर्ष टनों से मत्स्य आखेट हो रहा है