यह टीका माता बहनों की डिलीवरी के बाद बच्चों को लगता है जिस माता बहन को ब्लड में पीलिया का इन्फेक्शन होता है
अभी तक 4 महीने बीत जाने के बाद भी टीका जिला अस्पताल में उपलब्ध नहीं है यह टीका जिला अस्पताल में निशुल्क उपलब्ध रहता है परंतु डॉक्टर से संपर्क करने पर बताया गया कि मांग के लिए आवेदन अप्रैल महीने से भेज रखा है अभी तक आया नहीं है तो अब सवाल यह उठता है कि प्रतिदिन जिला अस्पताल चार से पांच महिलाएं इस प्रकार के रोग से ग्रसित आती है तो वह टीका कहां से लगवाते होंगे आपको बता दें कि यह टीका डॉक्टर सचिन बामनिया सरकारी डॉक्टर के पास लगभग 5 से ₹6000 मैं मिलता है आखिर सरकारी डॉक्टर केसे टीका बेच सकता है अप्रैल से लेकर अभी तक यही हो रहा है सरकार की ऑलरेडी निशुल्क व्यवस्था होने के बाद भी गरीब लोग टीका खरीदने पर मजबूर, आखिर क्यों अभी तक जिम्मेदार अधिकारी और नेता ध्यान नहीं दे रहे हैं सारी जानकारी अपडेट होने पर हिंदू युवा जनजाति संगठन आंदोलन करेगा