Landour का मौसम हमेशा सुहाना रहता है।
मसूरी से सटा एक छोटा छावनी शहर, Landour , भारत के उत्तरी राज्य उत्तराखंड में देहरादून शहर से लगभग 35 किमी (22 मील) दूर है। मसूरी और लंढौर जुड़वां शहर, एक साथ, उत्तरी भारत में एक प्रसिद्ध ब्रिटिश राज -युग का हिल स्टेशन हैं। मसूरी-लंढौर को व्यापक रूप से “पहाड़ियों की रानी” के रूप में जाना जाता था। लंढौर एक खूबसूरत जगह है
और यहाँ के इतिहास, वास्तुकला और लोगों के शानदार घर है। आखिरकार, भारत के सबसे प्रिय लेखकों में से एक – रस्किन बॉन्ड – यहीं रहते हैं साफ और धूप वाले दिनों में, दूर-दूर तक बंदरपूंछ, स्वर्गरोहिणी, यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ की शानदार चोटियाँ देखी जा सकती हैं। Landour पूरे साल सुहाना और शांत रहता है।
अप्रैल से जून तक का समय लंढौर घूमने के लिए सबसे अच्छा है क्योंकि यहाँ का मौसम सुहाना रहता है। अगस्त और सितंबर बरसात के महीने होते हैं, लेकिन Landour में बिताने के लिए ये सबसे खूबसूरत महीनों में से एक हैं। लंढौर नाम दक्षिण-पश्चिम वेल्स के कार्मार्थनशायर के एक गांव लैंडडोरोर से लिया गया है।
लंढौर अपनी खूबसूरती और कुछ खासियतों के कारण टूरिस्ट को आकर्षित करता है। इस छोटे से कस्बे के इतिहास पर अगर नजर दौडाई जाए तो, यह वही जगह है, जहां नेपाल और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच गोरखा जंग छिड़ी थी। इस जगह पर ब्रिटेन का भी काफी दबदबा रहा है…जिसकी झलक अज भी इस कस्बे में देखने को मिलती है।
लंढौर बेहद खूबसूरत हैं. और आप जब यहाँ जाएंगे। तो आपको बहुत सुकून और शांति का एहसास होगा । पुरे साल लंढौर में सर्दी का एहसास होता रहता है। गुलाबी २ ठण्ड आपको मंत्र मुग्ध कर देगी। लंढौर एक अनछुई जगह है,अभी भी ज्यादातर लोगों को नहीं पता है,के मसूरी के पास भी कोई इतनी खूबसूरत सी जगह है.. इसलिए जब भी आपको मसूरी जाना हो तो एक बार मसूरी के नज़दीक लंढौर ज़रूर हो कर आये। आपका Landour से आने का मन नहीं होगा। यह बात पक्की है।
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