अब्दुल हसन सिद्दीकी
बरेली। जोगी नवादा में कांवड़ यात्रा को लेकर अब चक महमूद के कांवड़िया इसी इलाके से होकर कांवड़ निकालने पर अड़े थे। जबकि दूसरे समुदाय के लोग इसे नई परंपरा बताकर विरोध कर रहे थे। इससे रविवार को फिर तनाव की स्थिति बन गई। स्थिति को देखते हुए मौके पर आरएएफ और पुलिस लगा दी गई। दोनों पक्षों से वार्ता की गई, लेकिन बात नहीं बनी। कांवड़ियों का जत्था डीजे सिस्टम के बाद आ गया। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए कांवड़ियों को खदेड़ दिया। सावन के चौथे सोमवार को भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए चक महमूद के कांवड़ियों का जत्था कछला घाट जाने को है। कांवड़िये जोगी नवादा के एक रास्ते से कांवड़ यात्रा निकालना चाहते हैं। दूसरे समुदाय के लोग इसे नई परंपरा बताकर विरोध कर रहे हैं। इसके चलते सुबह से गहमागहमी बनी हुई थी। मौके पर एसपी सिटी राहुल भाटी, सीओ थर्ड आशीष प्रताप सिंह, बारादरी थाना प्रभारी अभिषेक सिंह दोनों पक्ष को समझाने में जुटे रहे। डीएम और एसएसपी भी मौके पर पहुंचे थे। दोनों पक्षों से वार्ता की। स्थिति बिगड़ता देख शाम करीब साढ़े पांच बजे पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए भीड़ को खदेड़ दिया। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कांवड़ियों से कहा गया कि 50 का जत्था साउंड सिस्टम लेकर निकले, बाकी बिना शोर-शराबा शाह नूरी मस्जिद के सामने से निकल जाएं। इस पर कांवड़िये तैयार नहीं हुए। कांवड़िये जबरन आगे बढ़े तो रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े, जिससे भगदड़ मच गई। आक्रोशित कांवड़िये और दर्जनों महिलाएं अब बरेली-पीलीभीत रोड पर जाम लगाए हैं।