जब भी भारत में ऑनलाइन चश्मा (eyewear) खरीदने की बात आती है, तो सबसे पहला नाम आता है — Lenskart। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी शुरुआत एक छोटे से कमरे में हुई थी, और इसके पीछे जो व्यक्ति था, उसका सपना था भारत में दृष्टि दोष (vision problems) को जड़ से खत्म करना।
इस लेख में जानिए:
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पीयूष बंसल का जीवन परिचय
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Lenskart की शुरुआत
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बिज़नेस मॉडल और ग्रोथ
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चुनौतियाँ और समाधान
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Lenskart की सफलता के पीछे की रणनीतियाँ
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FAQs और प्रेरणा
पीयूष बंसल का जीवन परिचय
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जन्म: 1985, दिल्ली
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शिक्षा:
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McGill University, Canada – B.Eng (Electrical Engineering)
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Indian Institute of Management (IIM), Bangalore – Management Course
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Microsoft में काम करने का अनुभव
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Microsoft में काम करने के दौरान, पीयूष को महसूस हुआ कि भारत में बहुत से लोग आंखों की समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन उनके पास उपलब्ध चश्मों तक पहुंच नहीं है। वहीं से उनके भीतर बदलाव लाने का विचार आया।
कैसे हुई Lenskart की शुरुआत?
स्थापना: 2010
सह-संस्थापक: पीयूष बंसल, अमित चौधरी, सुमीत कपाही
मुख्यालय: नोएडा, भारत
Lenskart की शुरुआत एक ऑनलाइन पोर्टल के रूप में हुई, जिसका उद्देश्य था —
“भारत में हर व्यक्ति को एक अच्छा, सस्ता और स्टाइलिश चश्मा उपलब्ध कराना।“
Lenskart का बिज़नेस मॉडल
Lenskart ने एक ऐसा मॉडल अपनाया जो ऑनलाइन + ऑफलाइन दोनों अनुभव देता है।
Key Components:
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D2C (Direct to Consumer) मॉडल – खुद मैन्युफैक्चरिंग, खुद रिटेलिंग
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हाइब्रिड रिटेल – वेबसाइट, ऐप और फिजिकल स्टोर्स
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होम आई टेस्टिंग सर्विस – मुफ्त में आंखों की जांच घर पर
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AR Try-On फीचर – मोबाइल से चश्मा पहनने का आभासी अनुभव
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सब्सक्रिप्शन मॉडल – वार्षिक सदस्यता से छूट और सुविधा
Lenskart की ग्रोथ की कहानी
वर्ष | प्रमुख उपलब्धि |
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2010 | वेबसाइट लॉन्च, केवल ऑनलाइन |
2012 | मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू की (गाजियाबाद) |
2014 | पहला ऑफलाइन स्टोर दिल्ली में |
2016 | होम आई टेस्टिंग शुरू |
2020 | 1000+ स्टोर्स और 100 शहरों में मौजूदगी |
2022 | ₹900 करोड़ का निवेश (SoftBank, Temasek, आदि से) |
2024 | Lenskart की वैल्यूएशन $5 बिलियन से ऊपर |
टेक्नोलॉजी और इनोवेशन
Lenskart केवल एक ई-कॉमर्स वेबसाइट नहीं है, बल्कि एक Tech-Driven Eyewear Brand है:
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Robotic Lens Manufacturing – 3D printing से लेंस बनाना
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AI-Powered Eye Test – AI और मशीन लर्निंग का उपयोग
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Face Mapping Tool – चश्मे का फ्रेम चेहरे के अनुसार सजेस्ट करना
ग्लोबल एक्सपेंशन
Lenskart अब भारत तक सीमित नहीं रहा।
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सिंगापुर, दुबई, मलेशिया जैसे देशों में विस्तार
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Owndays (जापानी ब्रांड) में अधिग्रहण कर Lenskart ने बड़ा इंटरनेशनल कदम उठाया
चुनौतियाँ और समाधान
चुनौती | समाधान |
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ग्राहकों में भरोसे की कमी | होम ट्राय-ऑन और रिटर्न पॉलिसी |
ग्रामीण भारत तक पहुंच | मोबाइल वैन आई टेस्ट और टियर 2 शहरों में स्टोर्स |
महंगे ऑप्टिकल लेंस | खुद का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट शुरू किया |
ऑनलाइन खरीदी की हिचकिचाहट | AR Try-On टेक्नोलॉजी |
पुरस्कार और सम्मान
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Fortune 40 Under 40
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Economic Times Startup Awards
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Forbes Asia’s 100 to Watch
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Shark Tank India में बतौर जज – इससे उन्हें जनता में नई पहचान मिली
सामाजिक पहल
पीयूष बंसल और Lenskart ने कई CSR पहल भी शुरू की हैं:
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Vision to All: गरीब लोगों को मुफ्त चश्मा
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Eye Checkup Camps: स्कूल और गांवों में आंखों की जांच
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Women Empowerment: महिलाओं को ट्रेनिंग और रोजगार
पीयूष बंसल से सीखने लायक बातें
“अगर आप ग्राहक की समस्या को दिल से समझते हैं, तो समाधान और सफलता दोनों मिलते हैं।” – पीयूष बंसल
उनकी सोच यह थी कि “भारत में 50 करोड़ लोग आंखों की समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन केवल 25% के पास चश्मा है।”
वह केवल व्यापार नहीं, समाधान खड़ा कर रहे थे।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1: Lenskart की शुरुआत कब और किसने की?
उत्तर: 2010 में पीयूष बंसल ने Lenskart की शुरुआत की।
Q2: Lenskart का बिज़नेस मॉडल क्या है?
उत्तर: D2C (Direct to Consumer) + ऑनलाइन और ऑफलाइन रिटेलिंग का मिश्रण।
Q3: क्या Lenskart केवल ऑनलाइन काम करता है?
उत्तर: नहीं, आज इसके 1500+ फिजिकल स्टोर्स हैं और यह Omnichannel ब्रांड है।
Q4: क्या Lenskart विदेशों में भी उपलब्ध है?
उत्तर: हां, Lenskart अब सिंगापुर, दुबई, मलेशिया जैसे देशों में भी उपलब्ध है।
Q5: पीयूष बंसल कौन हैं?
उत्तर: Lenskart के संस्थापक और CEO हैं, और पूर्व Microsoft इंजीनियर हैं।
निष्कर्ष
Lenskart सिर्फ एक कंपनी नहीं है, यह एक दृष्टिकोण (vision) है — भारत के हर कोने में सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण दृष्टि पहुँचाने का। पीयूष बंसल की यह यात्रा एक प्रेरणा है कि कैसे एक समस्या को समझकर टेक्नोलॉजी और नवाचार के ज़रिए उसे बदलाव में बदला जा सकता है।
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