21 जुलाई को कोर्ट सुना सकती है मामले में फैसला. मंदिर पक्ष की ओर से पूरे ज्ञानवापी परिसर की वैज्ञानिक विधि से जांच की मांग की गई. मुख्य गुंबद के नीचे प्राचीन आदि विश्वेश्वर मंदिर का शिवलिंग बताया. श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन को लेकर भी की गई है मांग. मस्जिद पक्ष कार्बन डेटिंग कराने का कर रहा विरोध.