शिवप्रसाद साहू
चरित्र संदेह में हुई थी बाबा वैश्य की हत्या,3 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने रक्त रंजीत बलुआ किया बरामद,आरोपियों का निकाला जुलूस
सिंगरौली/बरगवां- बीते सोमवार रात बरगवां थाना क्षेत्र के ग्राम बाघाडीह में चंदेल बाउंड्री से कुछ दूर बाबा वैश्य की हत्या कर दी गई थी।बरगवां पुलिस ने इस अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर बरगवां बाजार में जुलूस निकाल आरोपियों को न्यायालय में पेश किया है।पुलिस के खुलासे में पता चला की मुख्य आरोपी की पत्नी के चरित्र संदेह के कारण आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबा वैश्य की सुनियोजित तरीके से हत्या की थी।
क्या था मामला
बीते सोमवार रात करीब 11 बजे ग्राम बाघाडीह में रूद्र प्रसाद उर्फ बाबा वैश्य पिता राम दुलारे वैश्य उम्र 50 वर्ष की अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से कई बार कर हत्या कर दी थी।सूचना के बाद पहुंचे निरीक्षक आर.पी. सिंह ने शव का निरीक्षण कर पंचनामा तैयार कर पीएम कराया।इसके बाद शव को उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।वहीं वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर अज्ञात हमलावरों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया।इस हत्या के मामले में टीम गठित कर परिस्थितियों के अनुसार आरोपियों की पता तलाशी में बरगवां पुलिस के काबिल कर्मी दिन-रात जुटे रहे।
गांव का झोलाछाप डॉक्टर निकला मुख्य आरोपी
बुधवार को मामले की जांच में लगी पुलिस टीम को जानकारी मिली कि बाघाडीह निवासी गुलाब चंद सोनी का दामाद अशोक उर्फ राजेश सोनी जो शादी के बाद घर जमाई बनकर बाघाडीह में ही रहता था और झोलाछाप डॉक्टर का काम करता था। उसने ग्राम जुड़वार में किराए के कमरे में एक क्लीनिक भी खोल रखी थी। इसे अपने साथियों के साथ घटना की रात घटनास्थल के पास देखा गया था। पुलिस के अनुसार इस का आपराधिक रिकॉर्ड भी है।मुख्य आरोपी गांव में रहते हुए भी ना ही घटनास्थल पर पहुंचा और ना ही दाह संस्कार में तो पुलिस के शक की सुई जब राजेश सोनी की तरफ घूमी और पता चला कि राजेश सोनी की गहरी दोस्ती अंबिका प्रसाद यादव एवं राजेश यादव से है।जो लड़के भी घटना की शाम को अंबिका यादव की अपाची गाड़ी से राजेश सोनी से मिलने गए थे और आधी रात के बाद वापस लौटे थे। गुरुवार को पुलिस ने राजेश सोनी को बैद तिराहा से दस्तयाब किया।जिसकी निशानदेही पर उसके दोस्त अंबिका यादव एवं राजेश यादव को अपाची बाइक सहित गोरबी कोल यार्ड के समीप से पकड़कर सख्ती से पूछताछ की गई तो पूरा मामला सामने आया।
किस कारण हुई थी बाबा की हत्या
मुख्य आरोपी अशोक कुमार उर्फ राजेश सोनी ने पुलिस को बताया कि उसने एक दूसरी पत्नी भी रख रखी है। जिसे बरगवां में अलग कमरा लेकर दिया है।दूसरी पत्नी के बाद से ही उसकी पहली विवाहित पत्नी से कुछ ज्यादा मनमुटाव होने और बाबा वैश्य द्वारा उसकी मदद करने के कारण उसके चरित्र को लेकर संदेह होता था। इसी कारण उसने बाबा वैश्य की हत्या यह साजिश रची।इसके लिए उसने अपने दोस्त अंबिका यादव एवं राजेश यादव के साथ मिलकर योजना बनाई। सोमवार को दिनभर बाबा वैश्य की गतिविधियों का जायजा लिया एवं शाम को अपने किराए के मकान में आ गया।हत्या के लिए बलुआ को एक प्लास्टिक की बोरी में छुपा कर रखा तथा अंबिका यादव की अपाचे गाड़ी को स्वतः चलाता हुआ रात 9:30 बजे ग्राम बाघाडीह पहुंचा।घटनास्थल से करीब 500 मीटर पहले तिलकधारी प्रजापति के घर के सामने मृतक की लाल कलर की मोटरसाइकिल खड़ी थी।अपने दोस्तों को इशारा कर उसने बताया कि इसी घर में बाबा बैठकर शाम को खाता पीता है।उसी गांव का होने के कारण मुख्य आरोपी को बाबा वैश्य की आदत पता और सभी गतिविधियां भी मालूम थी। उसे जानकारी थी कि वह किस रास्ते से और कब घर जाता है।इसी आधार पर बाबा वैश्य के घर जाने वाले पगडंडी रास्ते पर अशोक कुमार एवं अंबिका यादव मोटरसाइकिल से उतरे और राजेश यादव को मोटरसाइकिल सहित बरगवां तरफ वापस करते हुए कहा कि काम हो जाने पर लेने आ जाना। रात तकरीबन 10 बजे बाबा वैश्य अपने घर तरफ पगडंडी वाले सुनसान रास्ते पर आया तो अकेला पाकर अंबिका यादव ने उसकी बाइक रोक ली तभी अशोक सोनी ने बलुआ से बाबा वैश्य के गर्दन पर वार कर दिया।जिससे वह बाइक सहित वहीं गिरकर भागने लगा। आरोपियों ने उसके बाद उस पर कई वार किए जिससे वह वहीं ढेर हो गया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर रक्त रंजित बलुआ को घटनास्थल के पास से एवं पहने हुए कपड़े को बरनिया वाले घर से बरामद कर लिया है।जिसके बाद आरोपी अशोक कुमार उर्फ राजेश सोनी पिता स्वर्गीय रामलखन सोनी उम्र उम्र 39 वर्ष निवासी ग्राम तगावर थाना व्यौहारी जिला शहडोल हाल मुकाम ग्राम बाघाडीह,अंबिका प्रसाद यादव पिता विष्णु प्रसाद यादव उम्र 23 वर्ष साकिन जुड़वार थाना बरगवां एवं राजेश कुमार यादव पिता राम सुभाग यादव उम्र 25 वर्ष साकिन जुड़वार थाना बरगवां को अपराध क्रमांक 511/23 धारा 302,201,120 (बी), 34 भादवि के तहत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया,जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
इनकी रही विशेष भूमिका
इस अंधी हत्या के खुलासे में सिंगरौली पुलिस अधीक्षक यूसुफ कुरैशी के कुशल मार्गदर्शन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा एवं अनुविभागीय अधिकारी राजीव पाठक के निर्देशन व निरीक्षक आर पी सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक रामजी त्रिपाठी, सहायक उपनिरीक्षक अनिल मिश्रा, संजीत सिंह,अनूप सिंह,प्रधान आरक्षक के डी कुशवाहा,अनूप मिश्रा, अरुणेंद्र पटेल,दीप नारायण,आरक्षक विकेश सिंह की सराहनीय भूमिका रही।