हरियाणा के भिवानी जिले की शिक्षिका मनीषा की रहस्यमयी मौत ने पूरे प्रदेश को हिला दिया है। पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया, लेकिन परिवार और ग्रामीणों ने हत्या का आरोप लगाया। भारी जनाक्रोश के बीच देर रात मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मामले की CBI जांच का ऐलान कर दिया।
ग्रामीणों का आक्रोश: अंतिम संस्कार से इनकार, हाईवे पर प्रदर्शन
मंगलवार सुबह ढाणी लक्ष्मण गांव में पंचायत बुलाई गई। ग्रामीणों ने साफ कहा कि जब तक मनीषा के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं होगा।
लोगों ने गांव को चारों ओर से बंद कर दिया।
महिलाएं भी लाठियां लेकर पंचायत में बैठीं।
प्रशासन ने हालात बिगड़ते देख भारी पुलिस बल तैनात किया और इंटरनेट सेवा बंद कर दी।
नाराज विद्यार्थियों ने दिल्ली-पटियाला हाईवे को भी जाम कर दिया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर जाम खुलवाया।
पिता का दर्द: “मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती
मनीषा के पिता संजय ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा –
“मेरी बेटी ने आत्महत्या नहीं की, उसे मार दिया गया है। प्रशासन दबाव बना रहा है लेकिन हमें सिर्फ न्याय चाहिए।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सोमवार रात दबाव में अंतिम संस्कार के लिए सहमति दी थी, लेकिन बाद में निर्णय बदल दिया।
खाप पंचायत और नई कमेटी का गठन
चरखी दादरी में सर्वखाप महापंचायत ने भी पुलिस की थ्योरी को खारिज किया। फोगाट खाप प्रधान सुरेश फोगाट ने पीड़ित परिवार को पूरा समर्थन देने का ऐलान किया।
गांव में सात सदस्यीय नई कमेटी बनाई गई है, जिसमें पूर्व सरपंच और कई ग्रामीण शामिल हैं। यह कमेटी केवल अगुवाई करेगी, लेकिन अंतिम फैसला पूरे गांव की सहमति से ही होगा।
CM नायब सैनी का एलान: “CBI करेगी जांच
जनाक्रोश और पंचायतों के दबाव के बाद मंगलवार देर रात मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सोशल मीडिया पर लिखा –
“भिवानी की बेटी मनीषा को न्याय दिलाने के लिए हरियाणा सरकार केस की जांच CBI को सौंप रही है। पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से जांच होगी।”
पुलिस की जांच और विसरा रिपोर्ट का खुलासा
पुलिस का दावा है कि:
मनीषा की मौत कीटनाशक खाने से हुई।
उसके शरीर में जहरीले पदार्थ के अंश मिले।
दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई, शरीर पर कोई केमिकल या एसिड के निशान भी नहीं।
शव मिलने के पांच दिन बाद सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसकी लिखावट मनीषा से मिलान करने का दावा पुलिस ने किया।
हालांकि ग्रामीण और परिवारजन अब भी पुलिस की इस थ्योरी से संतुष्ट नहीं हैं।
हरियाणा में तनावपूर्ण हालात
भिवानी और चरखी दादरी जिले में इंटरनेट बंद।
भारी पुलिस बल तैनात।
पंचायतें लगातार आंदोलन की रणनीति बना रही हैं।
नतीजा: न्याय की लड़ाई तेज
शिक्षिका मनीषा की मौत अब सिर्फ एक परिवार का मुद्दा नहीं रही, बल्कि पूरे हरियाणा में न्याय की लड़ाई का प्रतीक बन चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सच सामने नहीं आता और दोषियों को सजा नहीं मिलती, आंदोलन जारी रहेगा।

