मार्कफेड गोदाम का निरीक्षण: किसानों को समय पर मिले खाद, कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई के निर्देश

Aanchalik Khabre
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मार्कफेड गोदाम

सिंगरौली।

जिले में यूरिया खाद वितरण को लेकर प्रशासन और जनप्रतिनिधि अब पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं। किसानों की बढ़ती शिकायतों और संभावित कालाबाजारी की आशंकाओं को देखते हुए सिंगरौली विधायक श्री राम निवास शाह, देवसर विधायक श्री राजेन्द्र मेश्राम और कलेक्टर श्री चन्द्र शेखर शुक्ला ने संयुक्त रूप से मार्कफेड गोदाम कचनी का औचक निरीक्षण किया।

इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि किसानों को समय पर और पारदर्शी तरीके से यूरिया खाद उपलब्ध हो सके। किसानों के लिए यूरिया खरीफ और रबी दोनों सीजन में बेहद महत्वपूर्ण है और यदि समय पर खाद न मिले तो फसलों की पैदावार प्रभावित हो सकती है।


किसानों से सीधे संवाद

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने किसानों से सीधे बातचीत की। किसानों ने बताया कि कभी-कभी गोदामों पर भीड़ अधिक हो जाती है जिससे लाइन में अव्यवस्था की स्थिति बन जाती है। इस पर कलेक्टर ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही एक और रैक खाद जिले में पहुंचेगा, जिससे आपूर्ति और भी सुचारू हो जाएगी।

विधायकगण ने किसानों से अपील की कि वे घबराएँ नहीं, जिले में यूरिया की कोई कमी नहीं है। हर किसान को उसकी जरूरत के अनुसार खाद उपलब्ध कराया जाएगा।


टोकन प्रणाली पर जोर

कलेक्टर चन्द्र शेखर शुक्ला ने स्पष्ट निर्देश दिए कि खाद वितरण केवल टोकन प्रणाली के आधार पर ही किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि कोई किसान बिना टोकन के खाद प्राप्त करता है या कोई भी अव्यवस्था पाई जाती है तो संबंधित कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

इसके साथ ही किसानों को भी अपील की गई कि वे निर्धारित कतार में रहकर टोकन प्राप्त करें और धैर्यपूर्वक अपनी बारी का इंतजार करें। टोकन व्यवस्था से भीड़ पर नियंत्रण रहेगा और हर किसान तक खाद पहुँच सकेगा।


कालाबाजारी पर सख्त निर्देश

निरीक्षण के दौरान सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा कालाबाजारी का रहा। कई बार देखा गया है कि खुले बाजार में खाद महंगे दामों पर बेचा जाता है, जबकि सरकारी गोदामों में पर्याप्त स्टॉक मौजूद रहता है। इस स्थिति को रोकने के लिए कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि किसी भी स्तर पर कालाबाजारी की शिकायत मिलती है तो दोषियों पर तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए।

उन्होंने साफ किया कि किसान का हक किसी भी कीमत पर छीना नहीं जा सकता। जो खाद किसानों के लिए है, वह केवल किसानों तक ही पहुँचेगी।


बेहतर व्यवस्थाएँ की गईं

निरीक्षण के दौरान टोकन वितरण कक्ष, महिला एवं पुरुष किसानों के लिए अलग-अलग काउंटर, टेंट और पेयजल की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया गया। विधायकगण ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

महिला किसानों के लिए अलग से काउंटर बनाए गए हैं ताकि उन्हें लाइन में अधिक समय तक इंतजार न करना पड़े। इसके अलावा किसानों को धूप से बचाने के लिए टेंट और पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई।


शाम 6 बजे तक वितरण पूरा करने का आदेश

कलेक्टर शुक्ला ने स्पष्ट निर्देश दिए कि रोजाना शाम 6 बजे तक यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी किसानों को खाद मिल जाए। किसी भी किसान को निराश होकर वापस न लौटना पड़े। इसके लिए अधिकारियों को कहा गया कि सुबह से ही टोकन वितरण की प्रक्रिया तेज की जाए और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए।


किसानों को मिली राहत

निरीक्षण के बाद किसानों में संतोष दिखाई दिया। किसानों ने कहा कि प्रशासनिक टीम का सीधे जमीन पर आना और उनकी समस्याओं को सुनना यह दर्शाता है कि सरकार और प्रशासन दोनों उनकी मदद के लिए गंभीर हैं। किसानों को उम्मीद है कि नई व्यवस्था से अब उन्हें खाद पाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।

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