राजेंद्र राठौर
क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर ने जल संसाधन पर स्थाई समिति के अध्ययन दौरे पर जम्मु कश्मीर, उत्तराखण्ड, पंजाब एवं हरियाणा राज्य का दौरा कर समीक्षा की
जम्मु कश्मीर राज्य मे धारा 370 हटने के बाद तेजी से विकास हुआ पर्यटन के क्षेत्र में भी आशानुकुल परिणाम आरहे सामने ।
रतलाम/झाबुआ/आलीराजपुर । क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर द्वारा संसद द्वारा गठित जल संसाधन पर स्थाई समिति के अध्ययन दौरे पर जम्मु कश्मीर, उत्तराखण्ड, पंजाब एवं हरियाणा राज्य का दौरा कर केन्द्रीय जल आयोग, जन जीवन मिशन, जल संसाधन, केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड, गंगा संरक्षण विभाग, जल शक्ति मंत्रालय के कार्यो के लिये समिति सदस्यों के साथ 5 दिवसीय भ्रमण कर इन कार्यो की समीक्षा पंजाब एवं हरियाणा सरकार के प्रमुख अधिकारियों के साथ चर्चा की ।
सांसद गुमानसिंह डामोर सहित संसदीय समिति के सभी सदस्य सांसदो का उत्तराखंड में जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार एवं टीएचडीसी के अधिकारियों द्वारा समिति के सदस्यों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय द्वारा जल संसाधन स्थायी समिति के अध्यक्ष का स्वागत कर भारतीय संसद को जनपद टिहरी की जनभावनाओं से अवगत कराने तथा हिमालय एवं गंगा की सुरक्षा हेतु अनुरोध पत्र प्रस्तुत किया गया । जनपद टिहरी के एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत स्थायी संसदीय समिति द्वारा सर्व प्रथम टीएचडीसी डेम ब्यू प्वाइंट और म्यूजियम का मुआइना तथा टिहरी एचपीपी पॉवर हाउस कॉम्पलेक्स का निरीक्षण कर टीएचडीसी के बांध संबंधी कार्यों एवं पुनर्वास के संबंध में जानकारी ली गई। समिति ने द्वारा टीएचडीसी गेस्ट हाउस के कॉफ्रेंस हॉल में टीएचडीसी से संबंधित मुद्दो पर बैठक आयोजित की गई। सांसद डामोर ने बताया कि समिति द्वारा जल संसाधन से संबंधित योजनाओं का परीक्षण एवं समीक्षा कर रिपोर्ट तैयार कर संसद में पेश करेगी ।
इस बैठक में संसदीय जल संसाधन स्थायी समिति के अध्यक्ष परबत भाई, सवा भाई पटेल, निहाल चन्द चैहान, प्रताप चन्द्र सांरगी, विजय बघेल, रतलाम झाबुआ आलीराजपुर के सांसद गुमान सिंह डामोर, पी. रविन्द्रनाथ, किरोड़ी लाल मीणा तथा अनिल प्रसाद हेगड़े सहित टीएचडीसी के अधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर, एजीएम मानव संसाधन एवं प्रशासन टीएचडीसी डॉ. ए.एन. त्रिपाठी, एसडीएम अपूर्वा सिंह सहित डीएचडीसी के अधिकारी मौजूद रहे।
सांसद गुमानसिंह डामोर ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड के सचिव सिंचाई हरीश चंद्र सेमवाल ने टिहरी बांध के पुनर्वास, बांध प्रभावित क्षेत्रों में अवस्थापना विकास के कार्यों से रूबरू कराया। इस मौके समिति के सदस्य सांसद निहाल चंद चैहाण, प्रताप चंद्र सारंगी, विजय बाघेल, गुमान सिंह डामोर, पी रविंद्रनाथ, किरोड़ी लाल मीणा, अनिल प्रसाद हेगड़े, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक एलपी जोशी, मुख्य महाप्रबंधक आरआर सेमवाल, महाप्रबंधक अभिषेक गौड़, एजीएम डॅा. एएन त्रिपाठी आदि मौजूद थे।
डामोर के अनुसार कांक्रीट और पत्थरों के बेजोड़ तकनीकी से बने टिहरी बांध को देखकर समिति के सदस्य गदगद नजर आए। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों ने इस आधुनिक बांध निर्माण में सहयोग कर महत्वपूर्ण कार्य किया है। टिहरी भ्रमण की रिपोर्ट उक्त समिति दिल्ली लौटकर मंत्रालय को सौपेगी । इस अवसर पर वहां के विधायक किशोर उपाध्याय ने समिति के सदस्यो से मुलाकात कर हिमालय और गंगा के वैज्ञानिक प्रबंधन को लेकर पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि टिहरी बांध दिल्ली समेत आधा दर्जन राज्यों को पेयजल, सिंचाई की सुविधा दे रहा है। विधायक ने समिति के समक्ष कहा कि यदि समय रहते हिमालय का प्रबंधन ठीक से नहीं हुआ तो अगले 50 सालों में हिमालय पर बर्फ नहीं बचेगी। समिति के द्वारा विधायक को कार्य योजना और दस्तावेजों के साथ दिल्ली आने का न्योता दिया।
सांसद गुमानसिंह डामोर ने जम्मु कश्मीर के गुलमर्ग का भी भ्रमण किया तथा वहां भी अधिकारियों के साथ कार्यो की समीक्षा की । डामोर ने बताया कि जम्मु एवं कश्मीर में प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी के द्वारा धारा 370 हटाये जाने के बाद उस राज्य का तेजी से विकास हुआ है। वहां अब पूरी तरह से अमन-शांति का माहौल बन चुका हैउन्हे वहां के कइ्र स्थानीय लोगों ने भी चर्चा के दौरान बताया कि वहां धारा 370 के हटाये जाने के बाद समुचे जम्मु कश्मीर का विकास तेजी से हुआ है। वहां अब बडी संख्या मे पर्यटको का आना शुरू हो चुका है तथा हर जगह भारी भीड दिखाई दे रही है । डामोर ने उत्तराखण्ड के पवित्र तीर्थस्थल हरिद्वार में गंगा स्नान के साथ ही गंगा आरती में भी भाग लिया । तथा देश प्रदेश एवं संसदीय क्षेत्र की जनता की खुशहाली के लिये प्रार्थना भी की ।