पवित्र तीर्थ नगरी से दूर 12 किलोमीटर इंदौर इच्छापुर हाईवे के निकट मां नर्मदा के तट ग्राम खेड़ी घाट में हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रतिदिन स्नान करने के लिए आते हैं और पर्वों के दौरान लाखों की संख्या में यहां पर श्रद्धालुओं की भीड़ हो जाती है लेकिन शासन-प्रशासन इन्हें समुचित सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने में हमेशा नाकाम रहा है . इस क्षेत्र का उपयोग दूसरे क्षेत्र के लिए जरूर किया जाता है जैसे सनावद नगर पालिका ने अपने क्षेत्र के रहवासियों के लिए नर्मदा जल की व्यवस्था की है जो पानी मां नर्मदा का सनावद जा रहा है लेकिन इन्हें केवल अपने क्षेत्र के लोगों को पानी बांटने तक ही सीमित है नगर में पानी पहुंचाने के लिए नर्मदा किनारे गहरे पानी में पनडुब्बी मोटर डाल रखी है और आसपास के क्षेत्रों में लोगों को स्नान के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबंधित भी किया गया है लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं होने के कारण नर्मदा में कभी भी करंट फैल सकता है कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है पूर्व में ओमकारेश्वर तीर्थ क्षेत्र के नागर घाट के समीप गवर्नमेंट होटल नर्मदा रिसोर्ट की मोटर पानी में डली हुई थी जिसके कारण करंट फैलने से तीन युवकों की मौत भी हो चुकी है शासन प्रशासन ने उन मृतक युवकों के परिजनों को मुआवजा भी दिया गया था कहीं ऐसा ही वाकिया इस क्षेत्र में भी नहीं दोहराया जाए इसके लिए सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था के साथ नर्मदा तट पर स्नान करने वाले श्रद्धालु और भक्तों की जान माल की भी रक्षा करने के इंतजाम किए जाना चाहिए अगर ऐसा नहीं होता है तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है जिसकी जिम्मेदारी कौन लेगा हादसा होने के बाद तो केवल शासन-प्रशासन कागजी खानापूर्ति के साथ मुआवजा देने का आश्वासन देकर अपनी गलतियां छुपाने का काम करता हैं लेकिन ऐसी कोई व्यवस्थाएं नहीं की जाती है आगामी दिनों में श्रावण मास का पर्व आने वाला है जिसके दौरान नर्मदा के तटों पर लाखों की संख्या में स्नान के लिए दूरदराज से श्रद्धालुओं का पहुंचने का क्रम जारी रहेगा सनावद नगर पालिका के द्वारा पनडुब्बी मोटर डाले जाने के कारण नर्मदा तटों पर स्नान करना प्रतिबंधित होने से भी श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है