अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच का राष्ट्रीय विस्तार तेज़ राजस्थान, यूपी और केरल में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति 

Aanchalik Khabre
3 Min Read
gupta rekha

नरेंद्र मोदी विचार मंच के अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच में देशवासियों और सनातनी भाइयों का जुड़ना लगातार बढ़ता जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वदेशाआनंद के मार्गदर्शन में संगठन तेजी से विस्तार कर रहा है।

 स्वामी स्वदेशानंद महाराज
             स्वामी स्वदेशानंद महाराज

इसी क्रम में, राष्ट्रीय सचिव एवं राजस्थान प्रभारी महामंडलेश्वर ललितेश्वर महाराज ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए कर्मचारी यूनियन के जाने-माने नेता घनश्याम थानवी को राजस्थान प्रदेश महासचिव पद पर मनोनीत किया है। यह नियुक्ति मंच की प्रदेश स्तरीय बैठक के दौरान की गई, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं को जमीनी स्तर पर पहुंचाने पर विशेष बल दिया गया।

Untitled design
                  महामंडलेश्वर श्री श्री 1008
                  ललितेश्वर महाराजघनश्याम थानवी - Reporter

ललितेश्वर महाराज ने बताया कि स्वामी स्वदेशानंद महाराज भारतीय संसद को “संत संसद” बनाने के संकल्प के साथ कार्यरत हैं, और इसी लक्ष्य की प्राप्ति हेतु अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच निरंतर सक्रिय है। वे देश के विभिन्न राज्यों में दौरा करते हुए संतों, साधुओं और बुद्धिजीवियों को संगठन से जोड़ रहे हैं।

संगठन विस्तार के तहत दो महत्वपूर्ण नियुक्तियाँ और की गईं

उत्तर प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष पद पर वरिष्ठ पत्रकार मनोज शर्मा की नियुक्ति। हाल ही में दिल्ली में आयोजित अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्हें “हिन्दू पत्रकार रत्न अवार्ड” से सम्मानित किया गया।

केरल के लिए राजेश कुमार को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। वे वर्तमान में अखिल भारत हिंदू महासभा, केरल प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।

मनोज शर्मा और राजेश कुमार दोनों ही राज्यों में मजबूत पकड़ और सामाजिक प्रभाव रखते हैं। इनके शामिल होने से संगठन में नई ऊर्जा और व्यापक जनसमर्थन मिलने की उम्मीद है।

संगठन का प्रमुख लक्ष्य 25 करोड़ सदस्य, कार्यकर्ता और पदाधिकारी जोड़ना है, जिसके लिए महंत ललितेश्वर महाराज राष्ट्रव्यापी दौरा कर रहे हैं।

 

मनोज शर्मा ,राजेश कुमार
राजेश कुमार \ मनोज शर्मा

अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच के प्रमुख उद्देश्य:-

– भारतीय संसद को “संत संसद” के रूप में स्थापित करना

– संतों के माध्यम से आध्यात्मिक मार्गदर्शन

– धर्म एवं संस्कृति पर शिक्षा और जनजागरण

– गरीब एवं जरूरतमंदों के लिए सामाजिक सेवा कार्यक्रम

– आध्यात्मिक अनुसंधान और ज्ञान का प्रसार

– विश्व स्तर पर शांति, सद्भाव और एकता का संदेश

अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वदेश आनंद महाराज के नेतृत्व में मंच का विस्तार देश-विदेश में अभूतपूर्व गति से जारी है। देश भर में साधु-संतों व बुद्धिजीवियों को जोड़कर संगठन “संत संसद” के महान लक्ष्य की ओर दृढ़ता से बढ़ रहा है।

Also Read This – नया नियम IRCTC,अब नहीं भरना पड़ेगा एक्स्ट्रा टिकट चार्ज, टिकट कैंसिलेशन करने पर नहीं लगेगा एक्स्ट्रा चार्ज

Share This Article
Leave a Comment