महाराष्ट्र सरकार की नोडल एजेंसी सिडको (CIDCO) ने नवी मुंबई के परिवहन तंत्र को विश्वस्तरीय बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी मेट्रो मास्टर प्लान पेश किया है। इस योजना के तहत शहर में 6 नई मेट्रो लाइनें बिछाई जाएंगी, जो 40 से अधिक स्टेशनों के साथ 76 किलोमीटर के दायरे में फैली होंगी। यह नेटवर्क नवी मुंबई (NMMC) और पनवेल (PMC) क्षेत्रों को जोड़ते हुए न्हावा, तलोजा, नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA), सीएसएमआईए (मुंबई एयरपोर्ट) और अन्य प्रमुख व्यावसायिक केंद्रों को सुगमता से जोड़ेगा।
प्रमुख मेट्रो कॉरिडोर और उनकी विशेषताएं
1. सागरसंगम-बेलापुर मेट्रो (लाइन 1A)
लंबाई: 3 किमी
स्टेशन: 2
स्थिति: कैबिनेट मंजूरी की प्रतीक्षा
2. पेंढर-एनएमआईए मेट्रो (लाइन 2)
लंबाई: 16 किमी
स्टेशन: 15
मार्ग: तलोजा, कलंबोली होते हुए गुजरनेगी
लक्ष्य: 2030 तक पूर्ण (90 मिलियन एयरपोर्ट यात्रियों की आवश्यकता पूरी करने हेतु)
3. गोल्ड लाइन (मेट्रो कॉरिडोर 8)
लंबाई: 34.9 किमी
कनेक्टिविटी: मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (CSMIA) से नवी मुंबई एयरपोर्ट (NMIA) तक
विशेषता: 20 स्टेशनों वाली यह लाइन दोनों हवाई अड्डों के बीच सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी
4. तारघर-एनएमआईए मेट्रो लाइन
न्हावा और हवाई अड्डे को जोड़ने वाली नई कड़ी
5. खारघर ICP-न्हावा मेट्रो लाइन
इंटरनेशनल कॉर्पोरेट पार्क (खारघर) को कलंबोली होते हुए न्हावा से जोड़ेगी
6. कल्याण-तलोजा मेट्रो लाइन
एमएमआरडीए द्वारा निर्माणाधीन
भविष्य की योजनाएं और आर्थिक प्रभाव
सिडको के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार,
“यह मेट्रो नेटवर्क अगले 30 वर्षों की यातायात मांग को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। बेहतर कनेक्टिविटी से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि इससे नवी मुंबई की आर्थिक विकास दर भी तेज होगी।”

कैसे मिलेगी मंजूरी?
यह परियोजना मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) के कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (CMP) का हिस्सा है।
केंद्र सरकार से धनराशि प्राप्त करने के लिए सभी मेट्रो लाइनों को CMP में शामिल करना अनिवार्य है।
फिलहाल, लाइन 1A, लाइन 2 और गोल्ड लाइन के लिए कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है।

नवी मुंबई का यह मेट्रो विस्तार योजना न केवल स्थानीय यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) को एकीकृत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। 2030 तक इन परियोजनाओं के पूर्ण होने के बाद लाखों यात्रियों को रोजाना की यात्रा में आसानी होगी और शहर का आर्थिक ढांचा और मजबूत होगा।