एनएमएमसी ने 125 डेसिबल से अधिक ध्वनि उत्पन्न करने वाले पटाखों पर प्रतिबंध की याद दिलाई — नागरिकों से हरित और स्वच्छ दिवाली मनाने का आग्रह।
पटाखों पर सख्त प्रतिबंध, उच्च न्यायालय के निर्देश लागू
नवी मुंबई नगर निगम (NMMC) ने शहरवासियों से पर्यावरण-अनुकूल और प्रदूषण-मुक्त दिवाली मनाने की अपील की है। निगम ने पटाखे बेचने वाले व्यापारियों और उनके उपयोगकर्ताओं को भारत सरकार की अधिसूचना का पालन करने को कहा है, जिसमें 125 डेसिबल से अधिक ध्वनि उत्पन्न करने वाले पटाखों के निर्माण, बिक्री या उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है।
साथ ही, सर्वोच्च न्यायालय ने उन पटाखों पर रोक लगाई है जिनमें बेरियम लवण, लिथियम, आर्सेनिक, सीसा और पारा जैसे हानिकारक रसायन पाए जाते हैं, क्योंकि ये जानवरों और पौधों दोनों के लिए जहरीली गैसें उत्पन्न करते हैं।
दिवाली के दौरान बढ़ता प्रदूषण और स्वास्थ्य जोखिम
नगर निगम ने चेताया कि दिवाली के समय वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) तेजी से गिरता है, जिससे वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। यह प्रदूषण नागरिकों में श्वसन संबंधी समस्याओं का कारण बनता है।
उच्च न्यायालय ने निर्देश दिया है कि सभी पटाखा विक्रेता “विस्फोटक अधिनियम 1884” और “विस्फोटक नियम 2008” के तहत तय किए गए प्रतिबंधों का पालन करें।
सीमित समय में ही पटाखे फोड़ने की अनुमति
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) और बॉम्बे उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार, नागरिक केवल शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक ही पटाखे फोड़ सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, केवल अनुमति प्राप्त पटाखे ही निर्धारित बिक्री स्थलों पर बेचे जा सकेंगे।
शिक्षण संस्थानों को दिए गए विशेष निर्देश
आदेश की धारा 7(ए) के तहत, सभी शैक्षणिक संस्थानों को निर्देशित किया गया है कि वे विद्यार्थियों को पटाखों से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान के बारे में शिक्षित करें और सख्त पालन सुनिश्चित करें।
प्रशासन और नगर निगम की निगरानी व्यवस्था
पुलिस प्रशासन को आदेश के सतर्क क्रियान्वयन का दायित्व सौंपा गया है।वहीं, आदेश की धारा 8 के तहत, नगर निगम के संबंधित संभागीय सहायक आयुक्त को नियमित निगरानी और अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।नगर निगम द्वारा अपनाए गए नियम, कार्यान्वयन प्रक्रिया और दंडात्मक प्रावधान अब (NMMC) की वेबसाइट (www.nmmc.gov.in) पर उपलब्ध हैं।
हरित अभियान के तहत अपील
महाराष्ट्र सरकार के अभियानों —‘माझी वसुंधरा अभियान 6.0’,‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2025’, और‘स्वच्छ वायु सर्वेक्षण’के तहत, नवी मुंबई नगर निगम ने इस वर्ष पटाखा-मुक्त, प्लास्टिक-मुक्त और हरित उत्सव मनाने का आह्वान किया है।
नागरिकों के लिए आयुक्त कैलाश शिंदे की अपील
नवी मुंबई नगर निगम के आयुक्त कैलाश शिंदे ने कहा —“हम सभी नागरिकों से आग्रह करते हैं कि इस बार मिट्टी के दीये जलाएं, प्लास्टिक या कागज के आकाश लालटेन का उपयोग न करें, पटाखों से दूरी बनाए रखें और एक सुरक्षित, हरित व प्रदूषण-मुक्त दिवाली मनाएं।”
उन्होंने आगे कहा कि लोग प्लास्टिक की जगह कपड़े या कागज के थैले, पुनर्चक्रण योग्य वस्तुएं, और पर्यावरण के अनुकूल सजावट का उपयोग करें।
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