मकोका के तहत नशा तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की शुरुआत
नवी मुंबई पुलिस ने ड्रग तस्करी पर नकेल कसने के लिए एक बड़ी कार्रवाई की है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा जुलाई 2025 में मादक पदार्थों के मामलों को संगठित अपराध की श्रेणी में शामिल करने के बाद, नवी मुंबई पुलिस ने छह आरोपी ड्रग तस्करों के खिलाफ पहला मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम) मामला दर्ज किया है।
छापेमारी और गिरफ्तारी की पूरी कहानी
11 जुलाई को दीघा के ईश्वर नगर स्थित ओमकार अपार्टमेंट में एंटी-नारकोटिक्स सेल ने छापेमारी कर 252.3 ग्राम मेफेड्रोन (कीमत 75.69 लाख रुपये) बरामद की थी। इस मामले में उषा नाइक, शैलश नाइक, ज्योति नाइक, नीलेश नाइक, रोशन नाइक और शांताबाई करंदेकर को गिरफ्तार किया गया। जबकि ठाणे निवासी सचिन कांसे अब भी फरार है।
गिरोह की सरगना शांताबाई करंदेकर और उसके साथी लंबे समय से नशीले पदार्थों की बिक्री और अन्य संगठित अपराधों में लिप्त थे। रबाले और नवी मुंबई के इलाकों में दबदबा बनाए रखने के लिए करंदेकर पर हत्या, हत्या के प्रयास और दंगे करने के भी आरोप हैं।
मकोका लागू करने की कानूनी प्रक्रिया
रबाले एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले के बाद, पुलिस ने बेलापुर सत्र न्यायालय में रिपोर्ट प्रस्तुत की। अदालत ने तलोजा जेल में बंद छह आरोपियों पर मकोका लगाने की अनुमति दी।
एसीपी (क्राइम) अजय लांडगे ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने 8 जुलाई को अधिसूचना जारी कर मादक पदार्थों के निर्माण, परिवहन, कब्जे और बिक्री जैसी गतिविधियों को संगठित अपराध घोषित किया। इसके बाद ही ऐसे अपराधियों पर मकोका लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई।
जनता से अपील और हेल्पलाइन नंबर
नवी मुंबई पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले अपराधियों की जानकारी हेल्पलाइन नंबर 8828112112 पर साझा करें। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
Also Read This-ठाणे में भारी वाहनों पर 15 दिन का अस्थायी प्रतिबंध

