प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू की गई New Education Policy 2020 देश की दशा और दिशा तय करेगी

केशव सदन क्लस्टर लेवल अधिकारियों की कार्यशाला शुरू, 11 बैचों में भाग लेंगे 22 जिलों के 4500 अधिकारी
विधायक सुभाष सुधा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू की गई New Education Policy 2020 एक ऐतिहासिक पहल है जो भविष्य के भारत की की दशा और दिशा तय करेगी। इसकी सफलता के लिए सभी पक्षों को मिलजुलकर टीम की तरह कार्य करना चाहिए ताकि भावी पीढ़ी को सुनहरा भविष्य मिले और देश विश्वगुरु के रूप में पुन: अपने वैभव को प्राप्त करे।
विधायक सुभाष सुधा मंगलवार को राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल थानेसर के केशव सदन हाल में क्लस्टर स्तरीय अधिकारियों की कार्यशाला के उदघाटन कार्यक्रम को सम्बोधित किया

विधायक सुभाष सुधा मंगलवार को राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल थानेसर के केशव सदन हाल में क्लस्टर स्तरीय अधिकारियों की कार्यशाला के उदघाटन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि New Education Policy इस मायने से भी एक ऐतिहासिक दस्तावेज है कि इसके तैयार होने से पूर्व ढाई लाख से अधिक लोगों ने अपने सुझाव दिए तथा इसरो प्रमुख डॉ के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में इसे अंतिम रूप दिया गया।
उदघाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने विधायक का स्वागत किया तथा कार्यशाला की जानकारी दी। मंच संचालन सतबीर कौशिक ने किया। इस अवसर पर डीपीसी सन्तोष शर्मा, डिप्टी डीईओ ज्योत्सना मिश्रा, बीईओ इंदु कौशिक, पूर्व डीईओ प्रेम पुनिया, धर्मपाल, निदेशालय से एफएलएन समन्वयक रितेश कुमार, प्रिंसिपल सचिंद्र कोडा, संजय कौशिक, प्यारे लाल, अनिल गर्ग, अनिल कपूर, प्रवीण आर्य, डॉ कृष्णा, डॉ राम मेहर अत्रि आदि उपस्थित थे।
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि कुरुक्षेत्र प्रारंभ से ही शिक्षा व ज्ञान की भूमि रहा है। यहां भगवान श्री कृष्ण ने गीता का अमर संदेश दिया तो प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय भी कुरुक्षेत्र में बना, जिसने पूरे हरियाणा में शिक्षा का अलख जगाया।

मौजूदा सरकार ने कुरुक्षेत्र को देश का पहला आयुष विश्वविद्यालय दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विश्व गुरु बनने की और अग्रसर है तथा देश में New Education Policy प्रधानमंत्री के इस विजन का प्रमुख अंग है। यह पहली शिक्षा नीति है जिसमें देश के हर वर्ग की राय ली गई है। इस नीति के लागू होने से न केवल शिक्षा बल्कि राष्ट्र की दशा है दिशा में भी परिवर्तन होगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शिक्षा को विशेष महत्व दिया है तथा सबसे पहले हरियाणा में New Education Policy को लागू किया है। हर जिले में आधुनिक सुविधा से युक्त मॉडल संस्कृति स्कूल बनाए जा रहे हैं तो आधुनिक पीएमश्री स्कूल भी बना जा रहे हैं।
सभी प्रिंसिपल व सीआरसी प्रमुखों का इस शिक्षा नीति के सही संचालन में अहम रोल रहेगा और उम्मीद है कि आप सभी इस पूरी निष्ठा से लागू करेंगे। सभी प्रिंसिपल व अधिकारी कुरुक्षेत्र के आध्यात्मिक व सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण अवश्य करें।
आगामी 9 नवम्बर तक इस कार्यक्रम के कार्यशाला के अंतर्गत प्रदेश के सभी 22 जिलों के क्लस्टर स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने बताया कि शिक्षा विभाग के कलस्टर स्तरीय अधिकारियों की उन्मुखीकरण कार्यशाला का यह प्रथम चरण है जिसमें अम्बाला व रोहतक जिला के अधिकारी भाग ले रहे हैं। आगामी 9 नवम्बर तक इस कार्यक्रम के कार्यशाला के अंतर्गत प्रदेश के सभी 22 जिलों के क्लस्टर स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक बैच का प्रशिक्षण कार्यक्रम दो दिन चलेगा।
उन्होंने बताया राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के चैप्टर 7 के अनुसार स्कूल-क्लस्टर कॉम्प्लेक्स का कार्यान्वयन करने की दृष्टि से यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है। कार्यशाला में सभी क्लस्टरों के एबीआरसी, बीआरपी और सूचना प्रौद्योगिकी और डेटा प्रबंधक भाग ले रहे हैं।
प्रदेश के 1418 सीनियर सैकेंडरी सरकारी स्कूलों में कलस्टर मैनेजमैंट कमेटी (सीएमसी) गठित की जाएगी, जिसमें कलस्टर से जुड़े सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की स्कूल मैनेजमैंट कमेटी (एसएमसी) के प्रधान सदस्य के रूप में शामिल होंगे। इससे कलस्टर के अधीन आने वाले सभी स्कूल एक-दूसरे के स्कूलों के रिर्सोस का प्रयोग कर पायेंगे। प्रत्येक बैच में लगभग 400 प्रतिभागी भाग लेंगे और 11 बैच में 4500 से अधिक अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।