-सूपौल के सदर प्रखंड के तेलवा पंचायत स्थित कोसी बाँध पर हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी तीन दिवसीय दीना भदरी मेला का भव्य आयोजन किया गया । इस मेले के समापन समारोह के मुख्य अतिथि बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष मिन्नत रहमानी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम आज बाबा दीना भदरी को जितना याद करेंगे हमें समाज के अभिशाप एवं बुराइयों से लड़ने की शक्ति उतनी ही ज़्यादा मिलेगी । बाबा दीना भदरी ने जब राजशाही, अन्याय एवं सामाजिक कुरीतियों के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ी थी तो वो महज एक जाति विशेष के लिए नहीं बल्कि ग़रीबों के शोषण की मुक्ति को लेकर लड़ाई लड़ी थी । वे भले ही इंसान के स्वरूप में धरती पर आए थे लेकिन उनके व्यक्तित्व की वजह कर देखते ही देखते लोग उन्हें भगवान मानने लगे । रहमानी ने कहा कि समय आ गया है कि समाज के दलित-महादलित भाइयों को एकजुट होने की क्यूँकि केंद्र की भाजपा सरकार आने वाले समय में आरक्षण को समाप्त करने की साज़िश रच सकती है । लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे । उन्होंने कहा कि दलितों के मान सम्मान एवं उनके हक़ के साथ अगर सरकार ग़लत करेगी तो हम अपनी जान क़ुर्बान कर देंगे लेकिन भाजपा के मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे ।
इस मौक़े पर आयोजन समिति के अध्यक्ष हृदय सदा, सामाजिक कार्यकर्ता मो मुस्ताक, मो इस्लाम, देबु सदा, उमेश सदा, साकिब एकबाल, राजकिशोर सदा, प्रमोद सदा, रमेश सदा, मो साजिद हुसैन, नवीन झा, आदि के अलावा हज़ारों की तादाद में श्रद्धालु मौजूद थे ।
सुपौल-मज़दूरों के ग़ुलामी से आज़ादी का प्रतीक है दीना भदरी मेला-आंचलिक ख़बरें-मोहम्मद आजाद
Leave a Comment
Leave a Comment