यह दिल्ली एवं एनसीआर के पत्रकारों व् आरजेएस परिवार का सम्मान है – दीनदयाल- रेशम दयाल
नई दिल्ली , अगस्त।
” डे नाईट इंडिया ” टीवी की एडिटर इन चीफ रेशम दयाल एवं एडिटर दीन दयाल को देशभर के 25 राज्यों में से सकारात्मक बैठकों और सकारात्मक पत्रकारिता से भारत निर्माण में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए राम-जानकी संस्थान नई दिल्ली द्वारा आरजेएस स्टार भारत उदय राष्ट्रीय सम्मान 2019 के लिए चयनित किया गया है।
गौरतलब है कि विगत 24 जुलाई को दिल्ली के दरिया गंज स्थित डीएमए हॉल में ” आरजेएस सकारात्मक भारत दिवस ” के मौके पर आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना और सह – संयोजक सोमेन कोले ने देश के 25 राज्यों में से पांच पत्रकारों और एक समाजसेवी को
राष्ट्रीय सम्मान के लिए चुने जाने की घोषणा की।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर, आगामी 11 अगस्त ,रविवार को सुबह साढ़े दस बजे दिल्ली के मौलाना आज़ाद दंत विज्ञान संस्थान के सभागार में आयोजित जयहिंद जयभारत पार्ट -3 कार्यक्रम में श्री दयाल एवं रेशम दयाल सहित सभी छ: लोगों को सम्मानित किया जाएगा। श्री मन्ना के मुताबिक यूपी के चित्रकूट से पत्रकार चंद्रप्रकाश दिवेदी , पश्चिम बंगाल सिलिगुड़ी से पत्रकार अरुण कुमार , मध्य प्रदेश के कटनी बालाघाट से पत्रकार आशीष पांडे , दिल्ली टटेसर गांव से समाज सेवी डॉ नरेंद्र टटेसर और यूपी के बिजनौर स्योहारा से पत्रकार नादिर त्यागी को आरजेएस स्टार भारत उदय राष्ट्रीय सम्मान दिया जाएगा।
जयहिंद जयभारत के अवसर पर हर साल आदर्श और सकारात्मक परिवार के दम्पत्तियों को दिया जाने वाला आरजेएस स्टार फैमिली अवार्ड्स से
20 दम्पत्तियों को नवाजा जाएगा।
इसके अलावा चार पत्रकार समाजसेवियों को सकारात्मक कार्यों का सम्मान आरजेएस स्टार अवार्ड प्रदान किया जाएगा।
लंबे अर्से से जुड़े आरजेएस स्कूल “मुनि इंटरनेशनल स्कूल,मोहन गार्डन, उत्तम नगर को इस साल आरजेएस स्टार स्कूल का खिताब मिलेगा। आरजेएस के लगभग हर कार्यक्रम में इस स्कूल ने सफलतापूर्वक भाग लिया और स्कूल के संस्थापक अशोक ठाकुर ने दो शिखर बैठकों का आयोजन भी किया।
11अगस्त के जयहिंद जयभारत 3 कार्यक्रम में देशभक्ति से ओतप्रोत गीत और रंगारंग कार्यक्रमों के मध्य समयमान अर्पण समारोह होगा।
गौरतलब है कि ” डे नाईट इंडिया ” टीवी एडिटर इन चीफ रेशम और एडिटर दीनदयाल को भारत को सकारात्मक बनाने और सकारात्मक पत्रकारिता के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए ” आरजेएस स्टार भारत उदय राष्ट्रीय सम्मान 2019 ” के लिए चुना गया है। गौरतलब है विगत 12 अगस्त 2018 जयहिंद जयभारत पार्ट -2 कार्यक्रम में दिल्ली एनसीआर से सकारात्मक पत्रकारिता के लिए फॅमिली अवार्ड्स से सम्मानित किया गया था। हम इसके लिए ” डे नाईट इंडिया ” टीवी परिवार और मित्रों की तरफ से आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक आदरणीय उदय कुमार मन्ना जी और आरजेएस परिवार का दिल से आभार व्यक्त करते है।
पत्रकार दम्पति अपने संक्षिप्त परिचय में बताते हैं “मैं दीनदयाल मेरा जन्म दिल्ली दिल्ली गेट स्थित ( इर्विन ) लोकनायक हॉस्पिटल में 22 अगस्त 1968 को हुआ। आईटीओ के निकट कोटला रोड पर स्थित बाल भवन में बचपन बीता और शिक्षा -दीक्षा भी यही से पूर्ण की। पिता श्री हीरा पाल जी सरकारी सेवा में रहे और यहाँ चलने वाली बच्चों की ट्रैन रेल गाड़ी के चालक रही और 6 अगस्त , 2005 को उनका स्वर्गवास हो गया। गुरुवार 7 दिसंबर , 2007 को दिल्ली के हरिनगर आश्रम निकट जीवन हॉस्पिटल स्थित रहने वाली कुमारी रेशम कुमारी से विवाह हुआ। उन्होंने भी दिल्ली विश्वविधालय से शिक्षा प्राप्त की। गौरतलब है कि हम दोनों एक समान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। 2002 दिसंबर को दिल्ली से हमारा परिवार गाजियाबाद आ गया और तभी से हम यहाँ पर बस गए। मगर कार्यक्षेत्र दिल्ली ही रहा।
मैं स्कूली दिनों से ही सामाजिक कामों में रूचि रखता था। इसके साथ ही लेखन के कार्य में भी रूचि बनी रही। मेरे मित्र और जानकर लोग कई जानेमाने अखबारों में पत्रकार थे ,इसी के चलते अच्छे पत्रकारों के सीधे संपर्क थे। लगातार अखबारों के दफ्तरों में आना -जाना लगा रहा। पत्रकारिता की शुरुआत मैंने ” कैरियर गॉइड ” समाचारों से की। देश कई नामी अखबारों में लिखने का कारवां जारी रहा। इस बीच कई वरिष्ठ पत्रकारों से पत्रकारिता का ज्ञान ग्रहण किया। शुरू से ही ” ईमानदारी और जनता की सेवा तथा जनमानस की आवाज बनने का ज्ञान हमारे खून में बस गया था। अन्याय, शोषण और कुरितियों को दूर करने के लिए पत्रकारिता को मैंने हथियार बनाया।
दैनिक और साप्ताहिक अखबारों के लिए काम किया कभी यह परवाह नहीं की कि यह संस्थान छोटा है या बड़ा है। बस यह ध्यान रखा कि पत्रकारिता को बदनाम और दलाल बनने का कभी दाग न लगे। मजेदार बात यह रही कि अख़बार के साथ -साथ कई न्यूज़ एजेंसी में काम करने का भी निरंतर मौका मिलता रहा। इसके साथ ही आकाशवाणी की युवावाणी सेवा के तहत कैरियर समाचार सेवा में अपने पत्रकार मित्रों के साथ साक्षात्कार किए। उसमें खास मुझे आज भी याद है वर्तमान में दिल्ली पुलिस के आयुक्त अमूल्य पटनायक का साक्षात्कार।
मैंने दिल्ली से जुड़े जनमानस के मुद्दे उठाए। राष्ट्रीय राजनैतिक दलों भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी की बीट के साथ -साथ सामाजिक बीट पर भी काम किया। दिल्ली विधान सभा , दिल्ली नगर निगम , डीडीए , दिल्ली पुलिस और नई दिल्ली नगर पालिका की बीट पर काफी गंभीरता से काम किया। खबरों का चयन हमेशा सकारात्मक रहा। पत्रकारिता के क्षेत्र में एक बात तो है कि अनिश्चिता उस दौर में भी थी तो आज भी कायम है। कई नए अखबारों में किस्मत आजमाई यह सोचकर कि अब शायद आगे बदलने की जरूरत न पड़े। मगर अख़बार कर्मचारियों के काम के चलते बंद नहीं होते थे बल्कि अनिश्चित प्रबंधन के कारण खुद लुप्त होते जा रहे थे। हमने भी ठान ली थी कि पत्रकारिता को छोड़ेंगे नहीं। क्यों कि चाटुकारिता हमसे होती नहीं थी और काम में कोई कमी नहीं थी। बस यही व्हील पॉवर थी ,जो हमें इसी क्षेत्र में जमे रहने के लिए बाध्य कर रही थी।
एक बता दूँ कि पत्रकारिता का कैरियर 1993 से शुरू किया और लगातार जारी है। एकल बीट के साथ -साथ दिल्ली में न्यूज़ एजेंसी में चीफ रिपोर्टर का कार्यभार संभाला। अच्छा परिणाम दिया। पत्रकारिता में अनिश्चिता ने लगातार बाधा बनकर मनोबल कमजोर करने की कई बार कोशिश की मगर यह अनिश्चिता हमारे मनोबल को तोड़ नहीं पाई। मन में ईमानदार और सकारात्मक पत्रकारिता का दिया हमेशा जलता रहा। एक समय ऐसा भी आया कि परिवार से अलग दूर -दराज रहकर पत्रकारिता करनी पड़ी। वह दौर किसी के लिए भी बड़ा ही मुश्किल दौर होता है और भविष्य के लिए परिवार और खुद के लिए अच्छे सपने देखने का निर्णय करना , कि परिवार के साथ रहना है या फिर दूर -दराज माँ -बाप को छोड़ कर कर्म पथ चलते जाना है। अवसर दिल्ली से दूर इंतजार कर रहे थे ,मगर हमने तय किया कि परिवार के साथ रहेंगे।
पत्रकारिता के साथ -साथ कुछ दिन तक तो समझ नहीं आ रहा था कि वर्तमान चुनौती से कैसे निपटा जाए। सीमित साधन और परिवार की देखरेख करना इतना आसान नहीं था। मगर तय किया कि इसके साथ -साथ कुछ करना होगा तभी सपने पुरे होंगे। मन में ठान लिया कि कहीं और नौकरी नहीं करंगे और पत्रकारिता को जिन्दा रखेंगे। अपना शून्य से कारोबार शुरू किया मगर शुरू में ज्यादा सफलता नहीं मिली। धीरे -धीरे काम को किसी तरह से मेहनत कर बढ़ाया और तय किया कि अपनी न्यूज़ वेबसाइट बनवाई जाए। मित्रों से चर्चा शुरू की गई मगर सवाल था कि क्या नाम रखा जाए। 2012 में तय किया कि ” डे नाईट इंडिया ” नाम से डोमिन बुक किया और वेबसाइट बनाने का काम दिल्ली में शुरू किया। साइट बनने में समय लिया। फिर कंटेंट क्या रखा जाए ? अनुभव की कोई कमी नहीं थी, हालांकि जानकारों और मित्रों ने आगाह किया कि यह जिद छोड़ो, दिल्ली से बाहर किसी अख़बार में नौकरी कर लो। मगर हमने भी ठान लिया कि अब चाहे कुछ हो जाए ” डे नाईट इंडिया ” न्यूज़ वेबसाइट को ही चलाएंगे और कारवां शुरू हुआ। मित्रों ने भी इस बात का लोहा माना कि वेबसाइट कम संसाधन के बावजूद अच्छी तरह से चल गई है।
हमने अपनी पत्नी रेशम दयाल के साथ मिलकर तय किया कि क्यों न अपने बाबूजी स्वर्गीय हीरा पाल जी को वेबसाईट और ” डे नाईट इंडिया ” टीवी यू ट्यूब चैनल शुरू कर उनको समर्पित किया जाए। और अब ” डे नाईट इंडिया ” न्यूज़ वेबसाइट और ” डे नाईट इंडिया ” टीवी चैनल देशभर में सकारात्मक पत्रकारिता कर रहा है। हमारे चैनल ने पत्नी रेशम दयाल की अगुवाई में ” हर रविवार आपकी बात ” कार्यक्रम शुरू किया जो कि जनता में काफी लोकप्रिय बन गया।
यहाँ हम बताना चाहेंगे कि 2017 से लगातार हमारे परिवार और सकारात्मक पत्रकारिता पर गंभीर नजर रखी जा रही है। हमारा परिवार लगातार अपने काम के साथ -साथ पत्रकारिता और पारिवारिक खुशियों को एक साथ लेकर चल रहा था एक आदर्श परिवार की भाँति। एक दिन मेरे पास आकाशवाणी से फोन आया कि दीनदयाल जी बोल रहे हैं ? जी मैं ब्रॉडकास्टर उदय कुमार मन्ना बोल रहा हूँ। उनसे काफी बात हुई परिवार के बारे में और सकारात्मक पत्रकारिता के बारे में। उन्होंने मुझे आरजेएस, रामजानकी संस्थान नई दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर के कार्यक्रम आरजेएस वंदेमातरम् 2 में आमंत्रित किया । मगर हम कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए।
मैंने कार्यक्रम में नहीं पहुंचने के लिए ईमानदारी से माफ़ी मांगी।
लेकिन एक बात अच्छी हुई कि मेरा ऐसे व्यक्तित्व से परिचय हुआ जो कि सकारात्मकता की जीती जागती मिसाल थी ,और वह थे आदरणीय उदय कुमार मन्ना जी। हमारी पत्रकारिता को उन्होंने और सकारात्मक और सार्थक दिशा दी। अब हमारा साझा मकसद था कि देशभर में सकारात्मक पत्रकारिता के बल पर संपूर्ण भारत को कैसे सकारात्मक बनाया जा सकता है ?
आरजेएस ने 2018 में दिल्ली और एनसीआर में पत्रकारों के लिए कई
नि:शुल्क मीडिया कार्यशालाएं आयोजित की। मैंन और मेरी पत्नी ने उन सभी कार्यशालाओं में हिस्सा लिया। और विगत् 12 अगस्त 2018 ,को जयहिंद जयभारत पार्ट -2 कार्यक्रम में दिल्ली एनसीआर से सकारात्मक पत्रकारिता के लिए आरजेएस स्टार फॅमिली अवार्ड से सम्मानित किया गया था। साथ में मेरी माता जी वरिष्ठ नागरिक श्रीमती सोहन देवी को भी सम्मानित किया जिससे हमारे परिवार में दुगनी खुशियां मनाई गई।
इसके लिए टीम आरजेएस के हम हमेशा आभारी रहेंगे। ये बताते हुए मुझे हर्ष हो रहा है कि इस सम्मान के मिलने से पहले टीम आरजेएस ने कई महीनों तक हमारी पत्रकारिता और गतिविधियों को व्यक्तिगत कार्यशालाओं और सोशल मीडिया पर मोनिटर करने के बाद इस काबिल समझा गया।
सकारात्मक पत्रकारिता को द्रूत गति से आगे बढ़ाने के लिए टीम आरजेएस पॉजिटिव मीडिया ने कई समाचार पत्रों और ऑनलाइन चैनल के साथ मिलकर ,14 नवंबर , 2018 से दिल्ली के प्रगति मैदान से इस अभियान को गति दी । अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला , जनवरी 2019 विश्व पुस्तक मेला और फरवरी 2019 में सूरज कुंड मेले को आरजेएस पॉजिटिव मीडिया ने समर्थन दिया। दिल्ली के नजफगढ़ से 20मई2018से आरजेएस सकारात्मक बैठकों का सिलसिला शुरू हुआ और देश के 22 राज्यों में सकारात्मक पत्रकारिता करते हुए पत्रकारों और समाजसेवियों ने भारत को सकारात्मक बनाने का अभियान शुरू किया और 2019 में यह मिशन मोड में बदल गया। यह पूरा अभियान आरजेएस के ऱाष्ट्रीय संयोजक आदरणीय उदय कुमार मन्ना जी की अगुवाई में चल रहा है श्री मन्ना जी ने प.बंगाल, झारखंड,दो बार बिहार , चंडीगढ़ , मुंबई, हरियाणा के पानीपत, कुरुक्षेत्र,बाबैन और रोहतक की जयहिंद – जयभारत यात्रा की। बहादुरगढ़ में हरियाणा और हिंदी भाषा के पत्रकार स्व०हकीकत कादियान के निधन पर आरजेएस पॉजिटिव मीडिया उनके घर पहुंची और उनके परिवार के लोगो से मिलकर ढाढ़स बधाया और भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
आज यहाँ हम देश को यह भी बताना चाहते है कि आरजेएस, रामजानकी संस्थान नई दिल्ली का भारत को सकारात्मक बनाने का अभियान नेपाल , केरल ,पुद्दुचेरी, मध्यप्रदेश , प.बंगाल,नार्थ -ईस्ट, उत्तर प्रदेश , हरियाणा , दिल्ली एनसीआर सहित 25राज्यों में 105 से ज्यादा आरजेएस सकारात्मक बैठकों और 50लघु बैठकों में 225 से ज्यादा महान व्यक्तित्वों को श्रद्धांजलि देकर आशीर्वाद प्राप्त किया है।इसमें स्थानीय व्यक्तित्व भी शामिल हैं।
आरजेएस पॉजिटिव मीडिया ने यह कीर्तिमान स्थापित किया है, इससे आज देश के 25 राज्यों के पत्रकार और समाजसेवी गर्व महसूस करते हैं। चरैवेति चरैवेति का सिद्धांत 11अगस्त के जयहिंदजयभारत पार्ट-3 सम्मान समारोह के बाद भी जारी रहेगा।