रतलाम / हनुमान ताल में भी होंगे वाटर स्पोर्ट्स, पहली बार नवंबर में हो सकती है 10 किमी की नौका दौड़
भारतीय ओलंपिक संघ के कार्यकारिणी सदस्य ने दौरा कर तलाशी संभावना
मैराथन की टीम बनाने के लिए रतलाम में ट्रायल होने की भी संभावना
रतलाम.शहर के सबसे खूबसूरत तालाब हनुमान ताल में जल्द ही साहस और रोमांच का संगम दिख सकता है। हनुमान ताल में केनाइंग मैराथन (नौका दौड़) की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। सोमवार को भारतीय ओलंपिक संघ के कार्यकारिणी सदस्य, खेल व युवा कल्याण विभाग के पूर्व निदेशक, नौकायन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलबीरसिंह कुशवाह रतलाम आए। उन्होंने हनुमान ताल का दौरा कर केनाइंग नाैकायन की संभावनाओं को देखा साथ ही स्विमिंग पूल में बच्चों से इस खेल में रुचि के बारे में जाना।
जिला खेल संघ व आशुतोष क्रिकेट क्लब ने हनुमान ताल को प्रस्ताव में दिया था। अब भोपाल में होने वाली मीटिंग में ओके रिपोर्ट मिलने के बाद यहां नवंबर में 10 किमी की केनाइंग मैराथन हो सकती है। मैराथन की टीम बनाने के लिए रतलाम में ट्रायल होने की भी संभावना है।
हनुमान ताल 160 बीघा में फैला है। दैनिक भास्कर के जल है तो कल है अभियान के तहत 2010 में तालाब का गहरीकरण हुआ था। जाग्रत नारी जनहितार्थ समिति सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं जनसहयोग से 32 हजार ट्रॉली मिट्टी तालाब से निकाली थी। 2012 में महापौर शैलेंद्र डागा के कार्यकाल में तालाब को रूप निखारने की 70 लाख की योजना बनी थी। नौका विहार करने, इसके घाट बनाने का भी प्लान था।
कार्यकाल के साथ यह योजना बंद हो गई। जनभागीदारी से निशुल्क तालाब में खुदाई व अन्य काम हुए। पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा ने बताया हमने नौका विहार की योजना बनाई थी, इसपर आगे काम नहीं हुआ। वाटर स्पोर्ट्स का प्लान अच्छा है। इसके लिए सभी जरूरी इंतजाम करने चाहिए।
उज्जैन संभाग का पहला केनाइंग क्लब जल्द रतलाम में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए हनुमान ताल को चिन्हित किया है। हमने जगह देखी है। मैराथन नवंबर में होना है, जल्द फैसला होगा।
बलबीरसिंह कुशवाह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, नौकायन