भाजपा युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष रहे परिषद उपाध्यक्ष सोनी ने पार्टी की सक्रिय सदस्यता छोड़ी
अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस के 4, भाजपा छोड़ कांग्रेस में गए 2, 2 निर्दलीय और 2 भाजपा पार्षदों के साइन
रतलाम. सैलाना में राजनीतिक उठापटक रुक नहीं रही है। यहां भाजपा को लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है। दस दिन पहले दो भाजपा पार्षद कांग्रेस में शामिल हो गए तो अब भाजपा के ही दो और पार्षदों ने भाजपा से जुड़े नगर परिषद उपाध्यक्ष अनुकूल सोनी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के पत्र पर साइन कर दिए हैं। इससे दु:खी होकर उपाध्यक्ष सोनी ने पद से ही नहीं बल्कि भाजपा की सक्रिय सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। सोनी ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस में जाने वाले पार्षदों व अविश्वास प्रस्ताव पर साइन करने वाले पार्टी के पार्षदों पर पार्टी प्रमुखों द्वारा कार्रवाई नहीं करने का भी आरोप लगाया है।
11 नवंबर को भाजपा से जुड़े नगर परिषद नेता प्रतिपक्ष मंगलेश कसेरा व पार्षद दिलीप डामोर ने भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके साथ ही निर्दलीय सहित कांग्रेस के पार्षदों के साथ मिलकर नगर परिषद अध्यक्ष नम्रता जितेंद्र राठौर ने परिषद उपाध्यक्ष अनुकूल सोनी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए सीएमओ अरुण ओझा को पत्र दिया। इस पत्र पर भाजपा की पार्षद वर्षा दायमा व उषा पटेल के भी साइन हैं। इसका पता चलते ही उपाध्यक्ष सोनी ने उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा अध्यक्ष नम्रता राठौर को सौंप दिया।
एक साल से राजनीतिक आघात झेल रहा, मदद नहीं की : सोनी ने बताया एक साल से मैं राजनीतिक आघात झेल रहा हूं। पार्टी के वरिष्ठों को बताने के बाद उन्होंने मदद नहीं की। पार्टी के दो पार्षद पहले ही पार्टी छोड़कर कांग्रेस में चले गए और पार्टी के दो और पार्षदों ने मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं। जिससे मन दु:खी हो गया है और मैंने पद और पार्टी दोनों स इस्तीफा दे दिया है।
10 पार्षदों के साइन हैं अविश्वास प्रस्ताव पर : अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस के 4, भाजपा से छोड़ कांग्रेस में गए 2, 2 निर्दलीय व दो भाजपा पार्षदों के साइन हैं।
नाराज होकर की साइन : भाजपा पार्षद वर्षा दायमा व उषा पटेल ने बताया अनुकूल सोनी से नाराजगी होने के चलते अविश्वास प्रस्ताव पर साइन किए हैं। पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
कलेक्टर ने स्वीकार किया त्यागपत्र : नगर परिषद सैलाना के उपाध्यक्ष अनुकूल सोनी का त्याग पत्र कलेक्टर रुचिका चौहान ने स्वीकार कर लिया है। अब यह पद रिक्त हो गया है। जल्दी ही उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा।
पार्टी के दो पार्षदों द्वारा उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर साइन करने की जानकारी मिली है। पार्षदों से बुलाकर चर्चा की जा रही है कि उन्होंने किसके दबाव में ऐसा किया है। जिलाध्यक्ष को भी बता दिया है।