झुंझुनू-कांग्रेस-भाजपा ने दलबल के साथ किया नामांकन-आंचलिक ख़बरें-संजय सोनी

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● एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए

झुंझुनू। झुंझुनू जिले में मंडावा विधानसभा क्षेत्र के लिए आगामी 21 अक्टूबर को होने वाले उप चुनावों के लिए भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशियों ने आज नामांकन पत्र दाखिल करते समय अपनी-अपनी ताकत दिखाई। भाजपा ने तीसरी बार झुंझुनू पंचायत समिति की प्रधान रही सुशीला सीगड़ा को मैदान में उतारा है वहीं कांग्रेस ने मंडावा से चौथी बार विधायक का चुनाव लड़ रही रीटा चौधरी पर फिर से भरोसा जताया है। रीटा एक बार 2008 में विधायक रह चुकी। अब मंडावा में मुख्य मुकाबला दोनों ही महिला प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होगा। रीटा जहां मंडावा क्षेत्र के हेतमसर गांव की बेटी है वहीं सुशीला सीगड़ा मंडावा क्षेत्र के सीगड़ा गांव की बहू है। गौरतलब रहे कि मंडावा विधानसभा से 2018 के चुनाव में दूसरी बार विधायक बने नरेंद्र खींचड़ के 2019 में झुंझुनू से भाजपा टिकट पर सांसद बन जाने से इस सीट पर उप चुनाव हो रहे हैं।

भाजपा प्रत्याशी सुशीला सीगड़ा का नामांकरन भरवाने के लिए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया, उपनेता राजेन्द्र राठौड़, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, दौसा सांसद जसकौर मीणा, झुंझुनू सांसद नरेन्द्र खींचड़, सीकर सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, अलसीसर प्रधान गिरधारी लाल खीचड़, बिसाऊ नगर पालिका चेयरमैन हारून खत्री, सहित अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी का फार्म भरवाने के लिए कांग्रेस जिलाध्यक्ष व विधायक डॉ जितेन्द्र सिंह, पिलानी विधायक जेपी चंदेलिया, सूरजगढ़ के पूर्व विधायक श्रवण कुमार सहित अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। रीटा चौधरी के नामांकन दाखिल करते समय झुंझुनू विधायक बृजेंद्र ओला, नवलगढ़ विधायक डा. राजकुमार शर्मा, बसपा से कांग्रेस में आये गुढ़ा विधायक राजेन्द्र सिंह गुढ़ा सहित प्रदेश से कोई बड़ा नेता या मंत्री के उपस्थि नहीं होना सियासी हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। यदि कांग्रेस उप चुनाव में एकजुटता के साथ चुनाव नहीं लड़ती तो इसका कहीं ना कहीं फायदा भाजपा को ही होगा। बहरहाल नामांकन दाखिल करने के साथ ही अब उप चुनाव का बिगुल भी बज गया है।

नामांकन भरने के बाद भाजपा प्रत्याशी सुशीला सीगड़ा ने कहा कि पार्टी ने उनपर जो भरोसा जताया है वे उस पर खरीं उतरेंगी। साथ ही मंडावा विधानसभा क्षेत्र की जनता के विश्वास को कभी नहीं तोड़ेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली व उनकी बड़ी सोच देखकर भाजपा में आई हूं।

सुशीला सीगड़ा झुंझुनू पंचायत समिति से तीसरी बार प्रधान है। तीनों ही बार कांग्रेस से प्रधान बनी है। वो 2005 से 2010 तक निर्दलीय जिला परिषद की सदस्य भी रह चुकी है। उनके ससुर बृजलाल सीगड़ा 1981 से 1987 तक प्रधान रह चुके। सीगड़ा गांम पंचायत के सरपंच पद पर भी अधिकतर उनके परिवार का ही कब्जा रहा है।

2016 में हुए विधानसभा चुनाव में मंडावा से कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी की शिकायत पर सुशीला सीगड़ा व अन्य को कांग्रेस से निलम्बित कर दिया गया था। इसके बाद भाजपा के सम्पर्क में थी। हालांकि अधिकृत रूप से भाजपा में नहीं आई थी। अब भाजपा में सांसद नरेन्द्र खींचड़ के पुत्र अतुल खींचड़ का नाम भी उप चुनाव में टिकट की दौड़ में शामिल था। लेकिन भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने मना कर दिया कि एक परिवार में दो जनों को पद टिकट नहीं दे सकते। इस कारण सुशीला सीगड़ा को टिकट दिया गया है। लगातार प्रधान रहने के कारण उनका जमीन स्तर पर मजबूत जनाधार है। झुंझुनू पंचायत समिति की 14 ग्राम पंचायत मंडावा विधानसभा क्षेत्र में आती है।

मंडावा विधानसभा के होने वाले उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी मंडावा से 2008 में एक बार विधायक रही हैं। इसके बाद 2013 में कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने से बागी होकर चुनाव लडऩे व 2018 में फिर से कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ा। प्रतिद्धंदी को जोरदार टक्कर दे चुकी है। कांग्रेस की टिकट कई लोग मांग रहे थे लेकिन रीटा चौधरी के एक बार विधायक रह चुकी है व लगातार तीन बार विधानसभा का चुनाव लडऩे का अनुभव है। उनके पिता रामनारायण चौधरी राजस्थान कांग्रेस के कद्धावर नेता थे जो मंडावा से सात बार विधायक, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, राज्य में मंत्री, विधानसभा उपाध्यक्ष व नेता विपक्ष रह चुके थे।

इस मौके पर रीटा चौधरी ने कहा कि भाजपा उनसे सरकार की उपलब्धियां पूछ रही है तो पहले वे बीते पांच सालों का जवाब दें। साथ ही तबादलों का हौवा बनाकर कर्मचारियों को भड़काने का प्रयास ना करें। उन्होंने कहा कि अब तो उन्हें भाजपा के आरोपों पर हंसी तक आने लगी है।

नामांकन दाखिल कराने आए कांग्रेस जिलाध्यक्ष व खेतड़ी विधायक डॉ. जितेंद्रसिंह तथा पूर्व विधायक श्रवणकुमार ने भी भाजपा पर आरोप लगाए। डॉ. जितेंद्रसिंह ने सरकार के कार्यों का बखान करते हुए कहा कि कांग्रेस की मंडावा से जीत तय है। श्रवणकुमार ने कहा कि भाजपा के पास तो खुद का उम्मीदवार तक नहीं है वे उधार से लाए है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास झूठ की दुकान है और जो बैठे है वो सभी कार्यकर्ता नाराज है। जो कांग्रेस के पक्ष में ही मतदान करवाएंगे।

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