सिंगरौली जिले के खटखरी गांव में सिंगरौली से आए युवक ने जमीन खरीदी एवं हर्दी मुख्य मार्ग से सटे हुए नहर के बगल से सड़क का निर्माण कार्य कुछ ही दिनों में करवा दिया,जिसके कारण ग्रामीणो मे दिखा आक्रोश।
सिंगरौली जिले के हर्दी खटखरी ग्राम पंचायत क्षेत्र में किसानों को सिंचाई हेतु नहर की व्यवस्था सिंचाई विभाग के द्वारा की गई है। जिससे वहां के कई गांवों में नहर का पानी जाता है। जिससे वहां के किसान खेती कर जीविकोपार्जन करते हैं।
तथाकथित व्यक्ति के द्वारा खटखरी गांव मे उमेश रजक के घर से महज थोड़ी दूर पर नहर के पास से एक सड़क का निर्माण किया जिसमे नहर मे बनी पुल को तोड़कर रास्ता बनाया जा गया है। जिसके वजह से नहर का रास्ता सकरा हो गया और सड़क बनाने में मिट्टी नहर के रास्ते में भर गई है। वहीं मौके स्थल पर जब हमारे संवाददाता ने जाकर देखा कि वहां हर्दी खूटार मार्ग से एक नवीन रास्ता हाल में बना दिखाई दिया वह रास्ता विद्युत विभाग के खम्भे को उखाड़ कर लगभग 500 मीटर बनाया गया है। जिसमें वही के रहवासियों ने बताया कि यह रोड हाल में एक-दो दिन के अंदर ही बनाई गई है और जिस जमीन पर सड़क बना है वह नहर के उपयोग में बची जमीन है जिस तरह अवैध कब्जा करते हुए जेसीबी के द्वारा मिट्टी लेबलिंग कर रास्ते में आने वाले आम के दो पेड़ों की जड़ें खोदते हुए एवं पुल के एक हिस्से की दीवाल को फोड़ते हुए नहर के रास्ते को सकरा कर यह सड़क बनाई गई है। व यह सड़क यदि बन जाती है तो नहर मार्ग से जाने वाला पानी वहीं रुक जाएगा जिसके कारण पास में रहने वाले उमेश रजक के घर में पानी घुस जाएगा एवं हर जगह जाने वाला यह पानी रास्ते में ही रुका रह जाएगा जिसके कारण पानी की आस में बैठे किसानों को पानी पहुंचने में बहुत समय लग जाएंगे जिसके कारण हजारों की फसल बर्बाद हो जाएगी,। वहीं पास खड़े ग्रामीणों ने खटखरी सरपंच की मिलीभगत एवं कार्य स्थल पर स्वयं आकर कार्य को करवाएं हैं कहने लगे, वही पास खड़े 45 वर्ष के वृद्ध ने कहां की यह सभी लोग जबरन कब्जा कर नहर का पानी जाने हेतु छोड़ी हुई जमीन मे सड़क यदि बनती है तो नहर का पानी अवरुद्ध हो जाएगा जिससे नहर के सहारे कृषि करने वाले किसानों को पानी हेतु भारी संकट का सामना करना पड़ सकता है। वैसे सिंचाई विभाग के चौकीदार स्वयं आकर उमेश रजक को सड़क के रास्ते में आने वाले दो आम के पेड़ को हटाने हेतु बोला एवं तत्काल जेसीबी मशीन द्वारा दोनों आम के पेड़ कि जड़ों को काटते हुए सड़क का निर्माण किया गया।
वैसे कहीं ना कहीं जी हुजूरी मैं लगे सरपंच की सह से विभाग के अधिकारियों को मोटी रकम देकर शासन की जमीन को सड़क मार्ग बना नहर मैं बनी पुलिया को भी उखाड़ कर यह सड़क बनाई गई है। जैसा कि आप वीडियो में देख सकते हैं की विभाग की लापरवाही व स्थानीय सरपंच के दबंगई का नतीजा सड़क बनकर तैयार हो गई इधर आधा नहर के रास्ते मे मिट्टी भरी हुई है।
मामले में बहुत जल्द सरपंच व सिंचाई विभाग के अधिकारियों का दबंगई पूर्वक कार्य करवाने का नया तरीका प्रकाशित किया जाएगा।