हिंदी दिवस पर दिल्ली पुस्तक मेला में एजीआई की संगोष्ठी गांधी 150 वर्ष और पुस्तक विमोचन-आंचलिक ख़बरें-उदय मन्ना

News Desk
By News Desk
2 Min Read
WhatsApp Image 2019 09 16 at 11.32.02 AM

 

पुस्तक मेला को आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया का समर्थन

नई दिल्ली/आथर्स गिल्ड आफ इंडिया द्वारा दिल्ली पुस्तक मेला, प्रगति मैदान मे आयोजित’गांधी-150’संगोष्ठी मे संयोजक व आथर्स गिल्ड के महासचिव डॉ.शिवशंकर अवस्थी, समारोह के अध्यक्ष और नागरी लिपि परिषद के महामंत्री डॉ.पाल, विशिष्ट अतिथि पूर्व आई.ए.एस.,भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, विदेश मंत्रालय के उपाध्यक्ष और पूर्व सचिव उ.प्र.शासन एवं प्रख्यात नाटक कार डॉ.दया प्रकाश सिन्हा, पूर्व निदेशक, रक्षा मंत्रालय व सुपरिचित कवि श्री उपेन्द्र कुमार और डॉ.ऋचा सिंह और उनके इं.गां.राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय अध्ययन केंद्र, रोहिणी के छात्र-छात्राएं ।समारोह में क्रमशः न्यायविद डॉ.जनकराज जय,सुकवि डॉ.रघुनंदन तिवारी, पूर्व प्राचार्या डॉ.सुषमा सिंह(आगरा),पूर्व प्राचार्य डॉ.सुरेश चंद्र शर्मा, पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त(जयपुर),पवन कुमार शर्मा, पूर्व प्राध्यापक सुदेश गोगिया, वरिष्ठ पत्रकार डॉ.विनोद बब्बर, मीडिया कर्मी डॉ.संदीप शर्मा, शिक्षाविद डॉ.रजनी सिंह और डॉ.पाल के संपादन मे प्रकाशित’नागरी संगम’के “गांधी-150″विशेषांक का लोकार्पण भी किया गया।संगोष्ठी में गांधी भवन, दिल्ली विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ.रमेश भारद्वाज आगरा के डॉ.अमीआधार निडर, केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतीहारी के संकायाध्यक्ष डॉ.अरुण भगत ,पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ.निर्मला सिंह, कवयित्री सविता चढ्ढा, ब्राडकास्टर अरुण पासवान, कमांडेंट जंगबहादुर सिंह राणा और96वर्षीय साहित्यकार शारदा शरण सैदपुरी नेअपने विचार व्यक्त किए।
समारोह में आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया के प्रतिनिधियों को पुस्तक मेला में सकारात्मक पत्रकारिता करने के लिए आभार व्यक्त किया गया। समारोह में पूर्व प्राचार्य और सुप्रसिद्ध कवि डॉ दिविक रमेश,पूर्व निदेशक आकाशवाणी डॉ.गंगेश गुंजन, भाषाविद डॉ.बी.एम.डबास, डॉ.ममता सिंह,सुकवि रणविजय राव,साहित्यकार पुष्पा सिंह बिसेन,राजेंद्र उपाध्याय, कर्नल प्रवीण त्रिपाठी मोहनसिंह मीणा, जाकिर अली ,अशोक अग्रोही,और आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया से पत्रकार उदय कुमार मन्ना, दीनदयाल-रेशमदयाल, जयप्रकाश श्रीवास्तव, प्रांजल श्रीवास्तव और नवोदित पत्रकार सहित अनेक लेखक और पत्रकार उपस्थित रहे।

Share This Article
Leave a comment