हमीरपुर-खुली बैठक में गांव के ग्राम प्रधान द्वारा सरकारी धन मे जमकर बंदरबांट का हुआ पर्दाफास-आंचलिक ख़बरें-संतोष कुमार

News Desk
By News Desk
4 Min Read
maxresdefault 46

– एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार गांव के विकास के लिए तमाम योजनाओं के द्वारा अरबो रुपये खर्च कर रही हैं वहीं
ग्राम पंचायत के विकास कार्यों कोआया सरकारी धन भ्रष्टाचार की चढ़ा भेंट सम्बन्धित ग्राम प्रधान व सचिव विकास कार्यो के धन का बंन्दरबांट करते हुये जमकर धांधली कर रहे हैं फिर भी प्रशासन मौन जहां पर सैकड़ों की तादात में ग्राम वासी उपस्थित रहे और गांव में कराए गए कार्य की समीक्षा एवं विवरण के बारे में जानकारी लेने की कोशिश करते रहे लेकिन गांव वालों को किसी भी प्रकार की संतुष्टि का जवाब नहीं मिला बता दें
पूरा मामला जनपद हमीरपुर राठ तहसील के अंतर्गत आने वाले बहपुर गांव का है जहां पर आज भी तानाशाही के बल पर सरकारी पैसों को प्रधान और सचिव मिलकर डकार गये जब खुली बैठक हुई जिसमें ऑडिट के लिए बीआरसी बिहारी लाल और हमीरपुर जिला से किशनलाल जांच करने के लिए आए जिसमें गांव वालों के सामने कुछ भी कहने से बचते रहे और इसमें ग्राम प्रधान और सचिव नदारद मिले जब ऑडिटर साहब से समस्याओं के बारे में जानने की कोशिश की तो उन्होंने ग्राम सचिव और प्रधान का ना होने का हवाला देकर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया जबकि ग्रामीणों ने बताया कि अब तक जितने भी काम आए हैं गांव की उन्नति एवं विकास के लिए कुछ भी नही किया सिर्फ
मनमानी तरह से कार्ययोजना बनाकर कागजो मे विकास कार्य कराये जाते हैं
लोगों ने ग्राम प्रधान के ऊपर आरोप लगाया कि वृक्षारोपण पुलिया नाली सफाई एवं पीने के पानी वाले टैंकर आदि का रुपया भी आया था जिसको प्रधान सचिव मिलकर गबन कर दिया गया जबकि ऐसा कोई भी कार्य गांव में नहीं देखने को मिला साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर पिछले वर्ष भी पौधरोपण कराया गया था जिसमें आज कोई भी एक पेड़ साबित खड़ा दिखाई नहीं दे रहा है जब इस सम्बंध में प्रधान प्रतिनिधि से जानने की कोशिश गई तो बताया कि मे इन कार्यों से पूरी तरह अनभिज्ञ हूँ।आपको बताते चलें कि
गोहांड ब्लॉक से आए ऑडिटर बिहारी लाल ने उन कार्यों को गांव वालों के सामने पेश किया जो पूर्णता हो चुके हैंबल्कि
ऐसे किसी भी काम को ग्रामवासियों के सामने नहीं बताया जो कागजी कार्यवाही में हो चुके हैं लेकिन जमीनी स्तर पर कोई भी काम नही हुआ और सरकारी पैसा पास हो गया जो कि ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव के जेब में समा गया
गांव के लोगों ने जिला अधिकारी एवं उप जिला अधिकारी द्वारा एक बार जांच कराने की मांग की ताकि हकीकत को सामने लाया जा सके
अब देखना यह होगा कि उत्तर प्रदेश सरकार इन लोगों के खिलाफ कितनी शक्ति से कार्यवाई करती है या ऐसे ही खानापूर्ति कर छोड़ देगी जबकि सूबे की सरकार भ्रष्टाचारियों एवं सरकारी नुमाइंदों की घूसखोरी को लेकर सख्त से सख्त कदम उठाने वाली बात करती है

Share This Article
Leave a comment