इंंदौर – लखीमपुर खीरी में की गई किसानों की हत्या के विरोध में मध्यप्रदेश के इंदौर में भी कैंडल मार्च निकाला कर शहीद किसान दिवस मनाया गया। इंदौर में संयुक्त किसान मोर्चे से जुड़े किसान संगठनों केे पहले अभिनव कला समाज के सभागृह में प्रार्थना सभा और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया । पूर्व सांसद कल्याण जैैन की अध्यक्षता में हूई श्रद्धांजलि सभा में विभिन्न वक्ताओं नेे संबोधित करते हुए कहा कि अजय मिश्रा टेनी के केन्द्रीय मंत्री परिषद में बने रहने और उनकी गिरफ्तारी ना होना निराशा जनक तथा शर्मनाक एवं लोकतंत्र पर कुठारा घात है। अजय मिश्रा की लखीमपुर खीरी के किसान नरसंहार में भूमिका स्पष्ट है, और पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा अब तक की कार्यवाही नही किया जाना शर्मनाक है। मोदी सरकार अभी भी अजय मिश्रा टेनी का बचाव कर रही है। । अजय मिश्रा के मंत्री पद पर बने रहने से पुलिस अधिकारी स्वतंत्रता पूर्वक जाँच नही कर सकते,वकतााओ
ने कहा कि अगर अजय मिश्रा मंत्री पद पर बने रहे तो देश के नागरिकों का कानून एवं पुलिस व्यवस्था से विश्वास उठ जायेगा और देश के नागरिक न्याय प्राप्त करने हेतु कानून अपने हाथ में लेंगे, जिससे देश में अराजकता फैलेगी। श्रद्धांजलि सभा को सर्वश्री अरुण चौहान, प्रमोद नामदेव, रूद्रपाल यादव,, सोनू शर्मा रामस्वरूप मंत्री, कैलाश लिम्बोदिया आदि ने संबोधित किया । श्रद्धांजलि सभा का आयोजन संयुक्त किसान मोर्चा की इंदौर इकाई से जुड़े अखिल भारतीय किसान सभा ,ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन, किसान संघर्ष समिति, किसान सभा अजय भवन, एटक, एच एम एस आदि ने संयुक्त रूप से किया था। श्रद्धांजलि सभा के समापन पर किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं ने गांधी हाल से शास्त्री प्रतिमा तक मोमबत्ती मार्च निकाला । कार्यकर्ता लगातार नारेबाजी कर शहीदों के सपनों को पूरा करने का संकल्प व्यक्त करते रहेथे। बाद में शास्त्री प्रतिमा पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला भी बनाई और संकल्प लिया की पिछले 10 से ज्यादा महीने से चल रहा किसान आंदोलन तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने तक जारी रहेगा ।शहीदों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
मानव श्रृंखला में प्रमुख रूप से के आर यादव, छेदीलाल यादव, धीरज दुबे,माता प्रसाद मौर्य, हेमंत पन्हालकर, दिनेश पुराणिक,रामकिशन मोर्या, आदि शरीक थे।