सरई में श्याम लाल जायसवाल क्रशर प्लांट द्वारा उड़ाया जा रहा नियमों की धज्जियां
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सरई,सिंगरौली। जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर सरई तहसील अंतर्गत ग्राम झारा में श्याम लाल जायसवाल का क्रशर प्लांट संचालित है। नियम कानून को धता बताते हुये उक्त क्रशर प्लांट का संचालन किया जा रहा है। क्रशर प्लांट की हैवी ब्लास्टिंग से जहां ग्रामीणों का जीरा दूभर हो गया है वहीं समीप में बसे घरों तथा विद्यालयों में भूकंप जैसी स्थिति निर्मित हो जाती है। क्रशर प्लांट द्वारा जब हैवी ब्लास्टिंग होती है उस समय आस-पास के घरों में पत्थरों की बरसात होती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त क्रशर प्लांट का संचालन 22 जुलाई 2010 से किया जा रहा है। बीते 9 वर्षों में क्रशर प्लांट के समीप आबाद रहवासियों ने इस संबंध में कई बार शिकायत की इसके बावजूद भी क्रशर प्लांट संचालक सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि क्रशर प्लांट द्वारा नियम कानून को तॉक पर रखकर हैवी ब्लास्टिंग की जाती है जिससे आस-पास के घरों में दरारे आ गयी हैं। हैवी ब्लास्टिंग से कई मकान अब तक जमींदोज हो चुके हैं तथा कई मकान धराशायी होने की कगार पर पहुंच गये हैं।
क्रशर प्लांट के समीप ही एक शासकीय प्राथमिक विद्यालय संचालित है। विद्यायल के सहायक अध्यापक मंतुलाल पाल ने बताया कि आधा किलोमीटर दूर संचालित ललई सेठ के क्रशर प्लांट द्वारा दोपहर में हैवी ब्लास्टिंग की जाती है। ब्लास्टिंग से विद्यालय में भूकंप की स्थिति निर्मित हो जाती है। विद्यालय की बिल्डिंग हिलने लगती है तथा ब्लास्टिंग के पत्थर आस-पास पहुंचते हैं जिससे किसी भी दिन अनहोनी की आशंका बनी रहती है। इसी विद्यालय के एक और शिक्षक गोविन्द प्रसाद शाहू ने बताय कि क्रशर प्लांट से होकर जब हवाएं चलती हैं तो उसकी राख पूरे विद्यालय में छा जाती है। क्रशर प्लांट की राख तथा हैवी ब्लास्टिंग से विद्यालय का पठन पाठन कार्य बुरी तरह प्रभावित होता है।
यही हालात गांव के भी हैं। क्रशर प्लांट की बाउंड्रीवाल भी नहीं है है मात्र कंटीले तार लगाकर प्लांट चलाया जा रहा है जिस कारण प्लांट की उड़ती धूल आस-पास के घरों को प्रभावित करती है। भयंकर प्रदूषण से जहां खेती चौपट हो गयी है वहीं पेड़ पौधे भी सूख गये है तथा कुछ सूखने की कगार पर पहुंच गये हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से क्रशर प्लांट द्वारा फैलाये जा रहे प्रदूषण तथा हैवी ब्लास्टिंग पर रोक लगाने की मांग की है।