ओंकारेश्वर पवित्र तीर्थ नगरी से 12 किलोमीटर दूर इंदौर इच्छापुर हाईवे पर स्थित भगवान भोले की नगरी में आने का एकमात्र सड़क मार्ग अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ा.इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं समाचार पत्रों में समाचार छपने के बाद ओकारेश्वर नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मचने के साथ विद्युत व्यवस्था सुधार कार्य के लिए दल पहुंचा अपने कार्य की इतिश्री करते हुए मेन चौराहे की विद्युत व्यवस्था ठीक की गई लेकिन आसपास के विद्युत पोलों को देखकर छोड़ दिया गया उनकी लाइट चालू नहीं करने से क्षेत्र में कई प्रकार की चर्चाएं व्याप्त है.भगवान भोलेनाथ की पवित्र तीर्थ नगरी में आने का एक ही सुलभ मार्ग होने के कारण और रात्रि में भी परिवार के साथ अन्य संसाधनों से मोरटक्का तीर्थयात्री पहुंचते हैं और वहां से ओमकारेश्वर के लिए जाते हैं इसलिए यह स्थान श्रद्धालुओं के आवागमन के साथ हाईवे होने के कारण भारी वाहनों का भी निरंतर आना जाना लगा रहता है क्षेत्र की ग्राम पंचायत इस ओर कभी भी ध्यान नहीं देती नर्मदा घाट एवं बस्ती की विद्युत व्यवस्था आज भी ठप पड़ी हुई है.सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण लोगों ने कई बार व्यवस्थाओं को लेकर उच्च अधिकारियों तक शिकायतें की मगर कोई भी इस ओर ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है.अब देखना यह होगा कि क्या इस धूल मूल व्यवस्थाओं के भरोसे ही तीर्थ यात्री रहेंगे या यहां की व्यवस्था वैकल्पिक रूप से हमेशा के लिए दुरुस्त की जाएगी यह बात भविष्य के गर्त में छुपी हुई है.