सिंगरौली :: जिले की एक अलग परंपरा बनती हुई दिखाई दे रही है कि थाना चौकी में या अन्य विभागों में आवेदन देने के बाद भी फरियादी असंतुष्ट हैं . लगातार विभाग या पुलिस प्रशासन के द्वारा सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनने की कोशिश की जा रही है. गुप्त सूत्रों की माने तो सिंगरौली जिले के माडा थाना क्षेत्र में लगातार अपराधियों का हौसला बुलंद किया जा रहा है. लोगों का आरोप कि फरियादी के आवेदन देने पर महीनो व साल बीत जाते है पर कार्यवाही नहीं होती. अगर होती भी है तो नोटों के सहारे विपक्षी के अनुकूल कार्यवाही करती है.
नोटों की खुशबू के सहारे पुलिसिया कार्यवाही महीनो व सालों तक चलती रहती है. पुलिस अगर आवेदन पर कार्यवाही करती भी है तो उन लोगों के पक्ष में करती है जो आवेदन के साथ पुलिस को दक्षिणा देते हैं . एक ऐसा ही मामला थाना बधौरा चौकी क्षेत्र नगवा का है जहां फरियादी अशोक शर्मा के द्वारा 3 महीने पूर्व घर में चोरी को लेकर चौकी में एक आवेदन दिया गया था. साथ ही सीसीटीवी कैमरे में कैद वीडियो भी चौकी स्टाफ को दिए गए. लेकिन चौकी के द्वारा यह आश्वासन दिया गया कि जांच होगी . सवाल यह उठता है कि आखिर पुलिस की कौन सी जांच हो रही कि 3 महीना होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही सामने नजर नहीं आ रही. आखिर सीसीटीवी कैमरे में कैद वीडियो व आवेदन देने के बावजूद भी पुलिस की कार्यवाही जीरो क्यों ? आखिर कौनसी जांच हो रही कि फरियादी असंतुष्ट पुलिस कप्तान साहब बेखबर. इस विषय में पत्रकार कार्यकर्ता संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय शर्मा का कहना है कि अगर प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनने की कोशिश कर रही है , तो यह सरासर गलत है हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे. हमारे पास यह मामला आया है अगर प्रशासन के तरफ से कोई कार्यवाही नहीं होती या कप्तान साहब मामले को संज्ञान में नहीं लेते तो हम इस मामले को आईजी महोदय तक रखेंगे.