सिंगरौली जिले के जिला मुख्यालय से महज कुछ दूरी स्थित कचनी वार्ड क्रमांक 28 में इन दिनों सड़क मार्ग को लेकर विवाद चरम सीमा पर पहुंच चुका है.!
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला वार्ड क्रमांक 28 में छोटे लाल विश्वकर्मा नामक व्यक्ति के द्वारा दबंगई पूर्वक रास्ता बनवाने हेतु रोक लगाया जा रहा है! कचनी बस्ती में लगभग हजारों परिवार इस रास्ते का उपयोग कर सड़क तक आते हैं यह रास्ता आज से कई वर्षों पहले से ही बना हुआ है। इसमें उचित व्यवस्था ना हो पाने के कारण कीचड़ पानी जमा रहता था, एवं आए दिन कोई न कोई बड़ी से बड़ी घटनाएं वहां पर घटित होती रही हैं! इन घटनाओं से निजात पाने के लिए वहां के ग्रामीणों ने स्वयं मेहनत करके ईट मिट्टी रेत आदि सामग्री से रास्ते बनाने के लिए अग्रसर हुए लेकिन जहां रास्ता बन रहा है। वहां पर छोटे लाल विश्वकर्मा की जमीन भी है जिसमें छोटे लाल विश्वकर्मा ने आवेदन पर अपने जमीन पर अवैध कब्जा का झूठा आरोप लगाकर सड़क बनवाने मे रोक लगाने हेतु आवेदन दिया है!
जब सड़क बनाने का कार्य आरंभ किया गया उसके बाद छोटे लाल विश्वकर्मा ने पास मे बने घर के छज्जे को बिना किसी अनुमति के तोड़ दिया एवं बोला कि यदि यहां सड़क निकलेगी तो यह छज्जा टूटेगा तो ही मैं जमीन दूंगा। और सड़क निकालने दूंगा! जबकि आवागमन की और सुविधाओं के कारण वहां के लोग कई सालों से कीचड़ वाले रास्ते से आने-जाने को हो रहे थे मजबूर वही लोगों ने बताया कि यह जमीन शासन की है ना ही किसी के पट्टे की फिर भी छोटे लाल विश्वकर्मा उक्त जमीन को अपने पट्टे की भूमि बता कर उस पर अवैध कब्जा करना चाह रहा है एवं सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर रहा है!
जबकि नगर निगम के द्वारा उक्त रास्ते के नवीनीकरण हेतु टेंडर निकाला गया एवं नगर निगम ने रोड को प्रस्तावित किया फिर भी स्थानीय दबंग ने दबंगई पूर्वक रास्ते में सटे हुए मकान के छज्जे को उस समय तोड़ा जब उस घर में कोई भी व्यक्ति उपस्थित नहीं थे नाही छज्जे को तोड़ने से पहले किसी व्यक्ति को सूचित किया गया जिससे यह साफ हो जाता है कि आपसी द्वेष को लेकर उक्त व्यक्ति अनायास ही भूस्वामी को परेशान करता रहा है जबकि माही के स्थानीय महिलाओं ने हमें बताया कि यह रास्ता बहुत पहले कीचड़ से भरा हुआ रहता था जिसमें बच्चे स्कूल आने जाने के लिए अपने जूतों को उतारकर कीचड़ से होते हुए जाया करते थे एवं आए दिन कई वाहन साइकिल सवार लोग कीचड़ की वजह से परेशान हो रहे थे।
उक्त समस्याओं को लेकर वहां की महिलाओं ने कहा कि यह सड़क वर्षों से बनी हुई है लेकिन आज तक उस रास्ते में आने जाने से पास में बने मकान के छज्जे से कोई भी परेशानी नहीं हो रही थी फिर भी आपसी द्वेष की वजह से विश्वकर्मा के द्वारा छज्जे को पीट-पीटकर तोड़ दिया गया और बोला कि यदि रोड बनेगी तो छज्जा टूटेगा ही। इसके बाद भी छोटे लाल विश्वकर्मा उक्त भूमि को अपने पट्टे की भूमि बता रहा है और सड़क बनाने में कई सारी परेशानियां उत्पन्न कर रहा है।
यदि समय रहते उक्त मामले में कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई तो आने वाले कुछ समय में कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है जिसका पूरा जिम्मेदार छोटे लाल विश्वकर्मा होगा।