एक मां 9 माह अपने गर्भ में बच्चे को पालती है माँ और पिता संघर्ष करके उन्हें बड़ा करतें हैं. दुनिया के अच्छे बुरे की सीख देते हैं .लेकिन कुछ बच्चे कपूत होतें है जो अपने बड़े असहाय माँ बाप की परवाह तक नहीं करतें. ऐसा ही मामला है बड़वाह का . बड़वाह टावर बेड़ी मुर्गी पोल्ट्री फॉर्म के पास मजदूरी करके जीवन यापन करते है . ये बुजुर्ग बड़वानी के पास पार्टी गांव के रहने वाले हैं. दोनों मजदूरी करके जीवन का गुजारा कर रहे थे अचानक पति की तबीयत खराब होने के कारण पति की मृत्यु हो गई. पति श्याम सिंह भिलाला की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी लीलाबाई भिलाला अपने पति की मृत्यु पर घर में अकेली है . उनके दो पुत्र और दो पुत्रियों को शोक की खबर दी गयी लेकिन वो नहीं आये. असहाय वृद्धा का रो रो कर बुरा हाल है.
बड़वाह-समाज को तमाचा मारने वाली एक दुखद निंदनीय घटना-आंचलिक ख़बरें-ज्ञान प्रकाश शर्मा
