झुंझुनू-सीएम अपने बेटे को बनाना चाहते है महापौर:पूनियां -आंचलिक ख़बरें-संजय सोनी

Aanchalik Khabre
4 Min Read
WhatsApp Image 2019 10 19 at 6.13.33 PM

झुंझुनू,19अक्टूबर। झुंझुनू के मंडावा उप चुनाव में आज प्रचार थम गया है । 21 अक्टूबर को चुनाव होने है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां दो दिनों से मंडावा क्षेत्र में ही है। आज उन्होंने प्रेस वार्ता कर सीधे मुख्यमंत्री पर एक बड़ा हमला बोला है। उन्होंने संदेह जाहिर किया है कि संभवतया हाईब्रिड फार्मुले के जरिए मुख्यमंत्री अपने बेटे को दूसरा रोजगार देना चाहते है। वे उन्हें जोधपुर का महापौर बनाना चाहते है।

प्रदेश में लागू किए गए हाइब्रिड फॉर्मुले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने बड़ा आरोप लगाने के साथ-साथ एक संदेह भी जाहिर किया है। उन्होंने झुंझुनू में कहा है कि उन्हें संदेह है कि मुख्यमंत्री अपने बेरोजगार बेटे को आरसीए अध्यक्ष बनाने के बाद दूसरा रोजगार देना चाहते है। यही कारण है वे हाईब्रिड फॉर्मुले को लेकर आए है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पहले भी वे अपने बेटे को आरसीए अध्यक्ष बनाने के लिए अपनी ही पार्टी के नेता को सड़कों पर संघर्ष करवा चुके है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा कि लगातार कांग्रेस की सरकार जनता को गुमराह कर रही है। हर रोज जादू के थैले में से नई चीजें बाहर निकाल रहे है वो भी गुपचुप तरीके से। कभी पुर्नसीमांकन, कभी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तो अब हाईब्रिड फार्मुला। उन्होंने कहा कि यदि कोई प्रणाली में परिवर्तन होता है तो सभी से राय और चर्चा करनी चाहिए। लेकिन यहां तो उलटा है। उप मुख्यमंत्री कह रहे है कि कोई चर्चा ही नहीं हुई। सभी को अखबारों से जानकारी मिल रही है। इसलिए इस प्रणाली और फैसले में खामी साफ तौर पर नजर आ रही है।

पूनियां द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर किए जाने वाले रोजाना और सीधे हमलों से साफ है कि पार्टी विपक्ष में रहते हुए भी कांग्रेस को चैन से नहीं रहने देगी। वहीं निकाय चुनाव को लेकर किए जा रहे फैसले भी कहीं ना कहीं कांग्रेस के गले की फांस बनाने की तैयारी भाजपा ने कर ली है।

मुख्यमंत्री की कुर्सी से चल रहा है झगड़ा

इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के इस सरकार की पैदाइश ही झगड़े और विभाजन के साथ हुई। बात चाहे मुख्यमंत्री की कुर्सी की हो या फिर, मंत्रीमंडल की, विभागों के बंटवारे में झगड़ा हुआ तो फिर कमरों में बैठने तक के लिए झगड़ा हुआ। इससे साफ है कि कांग्रेस की फूट प्रदेश के लिए सही नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी का मंत्रियों पर नियंत्रण नहीं है। हालात सर्कस जैसे हो गए है और मुख्यमंत्री इसमें जोकर की भूमिका में हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने झुंझुनू में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस सवाल का भी जवाब दिया। जिसमें गहलोत ने पूछा था कि क्या उन्हें राष्ट्रवाद का सर्टिफिकेट भाजपा या फिर प्रधानमंत्री से लेना होगा? डॉ. पूनियां ने कहा कि यदि सीएम राष्ट्रवादी होते तो अच्छा था। उनके राष्ट्रवाद पर डॉ. पूनियां ने संदेह जताया और कहा कि सावरकार को सम्मान नहीं देना, अकबर को महान और महाराणा प्रताप के शौर्य पर प्रश्न चिह्न लगाना यह साबित कर देता है कि कांग्रेस में कितना राष्ट्रवाद है? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच केवल एक परिवार और उसके चरणवंदन से जुड़ी हुई है। देश के इतिहास, रीति-नीति और महापुरुषों से इनका कोई अनुराग नहीं है। केवल एक परिवार खुश रहना चाहिए।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिंता है कि वसुंधरा राजे क्यों प्रचार में नहीं आई और क्यों पदभार ग्रहण करने नहीं आई। तो यह साफ तो खुद ब खुद हो जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री यह चिंता करें कि उप मुख्यमंत्री और उनके मंत्री क्या बोल रहे है? उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे अपने व्यक्तिगत पारिवारिक कार्यों के चलते व्यस्त है। जिन्होंने अपनी व्यस्तता बता दी थी। वे राजस्थान भी आएंगी और पार्टी के लिए काम भी करेंगी।

Share This Article
Leave a Comment