गर्मी बढ़ते ही फ्लॉप हुई ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली सप्लाई-आंचलिक ख़बरें-अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

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ग्रामीण क्षेत्रों में गहराया जल संकट,बिजली सप्लाई बनी मुसीबत

चित्रकूट।जिला में सुस्त बिजली विभाग के रवैया से कनेक्शनधारी उपभोक्ता दिन रात परेशान हो रहे हैं लेकिन बिजली विभाग किसी की सुनने वाला नहीं है। भले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा रोस्टिंग के अनुसार ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बिजली सप्लाई देने के निर्देश दिए गए हो और जवाबदेही बिजली विभाग के अधिकारियों की तय की गई हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश का बिजली विभाग के अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सप्लाई एक सपना बनकर रह गई है। दिन- रात आधा धुंध हो रही बिजली कटौती से बिजली कनेक्शन धारी उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं लेकिन कोई उपभोक्ताओं की सुनने वाला नहीं है। बिजली घर में बात करें तो ऊपर से बिजली कटौती की बात की जा रही है और जब जे ई से बात की जाए तो इनके द्वारा फाल्ट का हवाला दिया जाता है। आखिर 24 घंटे में जब बिजली कहीं ना कहीं फाल्ट बनी रहेगी तो आखिर उपभोक्ताओं को सप्लाई मिलेगी तो मिलेगी कब यह लोगों के बीच में बातें सुनने को मिल रही हैं। बिजली कनेक्शनधारियों का कहना है कि हमारे द्वारा बिजली बिल तो समय से जमा किया जाता है लेकिन बिजली कब दी जाती है यह हम आज तक नहीं जान सके हैं। क्योंकि 24 घंटा में बिजली सपनों की तरह आती जाती रहती है हां यह जरूर है कि बिजली विभाग अपना बिल भेजने में किसी तरह का कोई लेट लापाठ नहीं करता ना ही उपभोक्ताओं की सुनता। ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही आधा धुंध बिजली कटौती अब ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन रही है लेकिन जिले का आला अधिकारी कोई ग्रामीणों की सुनने को तैयार नहीं है।
भरतकूप क्षेत्र में अंधाधुंध बिजली कटौती का खेल जारी- भरतकूप बिजली घर अंतर्गत इस समय आधा धुंध बिजली कटौती का खेल जारी है। लेकिन बिजली घर में रहने वाले कर्मचारियों को यह पता नहीं है कि आखिर बिजली सप्लाई दी जाएगी तो कब क्योंकि कभी ऊपर से सप्लाई बंद हो जाती है तो कहीं ब्रेकडाउन हो जाती है। भरतकूप क्षेत्र से आने वाले लगभग सैकड़ों गांव की सप्लाई भरतकूप बिजली घर से होने की वजह से हमेशा बाधित पड़ी रहती है क्योंकि भरतकूप बिजली से बिजली सप्लाई दी जाने वाले क्षेत्र में आज भी जर्जर तारों का जाल फैला हुआ है यही वजह है कि आए दिन किसी ना किसी क्षेत्र की बिजली की तार टूट कर जमीन पर गिरी पड़ी रहती है और विभाग उसी का हवाला देता रहता है विभाग के द्वारा लाखों रुपए भले ही तार खंभे मरम्मतीकरण के नाम पर खर्च किए जा रहे हो लेकिन आज तक क्षेत्रों में फैली जर्जर तारों की दुर्दशा नहीं ठीक हो सकी है जर्जर तारों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की सप्लाई दी जा रही है और यही वजह है कि हर 1 घंटे में किसी ना किसी क्षेत्र की तार खंभे से टूट कर जमीन पर गिर जाती है और फिर बिजली विभाग के अधिकारियों को सप्लाई बंद करने का एक नया फार्मूला मिल जाता है।

जे ई दफ्तरों में फरमा रहे आराम ग्रामीण क्षेत्र की जनता हो रही परेशान – ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र इन दिनों आधा धुंध बिजली कटौती से सभी लोग परेशान हो रहे हैं। प्रत्येक आधे घंटे में बिजली कटौती होने की वजह से बिजली उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं लेकिन बिजली उपभोक्ताओं की समस्या को सुनने के लिए कोई भी बिजली विभाग का अधिकारी तैयार नहीं है। जब बिजली समस्या को लेकर जेई से बात की जाती है तो इनके द्वारा भी कहीं ना कहीं क्षेत्र की लाइन फाल्ट होने का हवाला दे दिया जाता है और इसी बहाने से ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटा में मात्र 8 से 10 घंटा की बिजली सप्लाई पूर्ति की जाती है। बिजली सप्लाई 8 से 10 घंटा देने का मेन वजह यही है कि जब बिजली सप्लाई बंद रहती है तब अधिकारियों को अपने दफ्तरों में आराम फरमाने से समय नहीं मिलता और जब बिजली सप्लाई दी जाती है तो अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्र की सप्लाई बंद होने की चिंता सताती है और ग्रामीण क्षेत्रों की जर्जर तारों का सुधार रोस्टिंग के समय ना करके उस समय किया जाता है जब ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सप्लाई देने का समय होता है। और यही वजह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आधा धुंध बिजली कटौती हो रही है लेकिन ना तो जिले का बिजली विभाग का उच्च अधिकारी ग्रामीणों की सुनने को तैयार है ना ही कोई कर्मचारी

पानी के लिए भी होने लगी त्राहि-त्राहि- ग्रामीण क्षेत्रों में आधा धुंध बिजली कटौती होने की वजह से अब ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का संकट भी गहराने लगा है नलकूप कनेक्शनों के माध्यम से जहां ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की सप्लाई दी जाती है तो वही आधा धुंध बिजली कटौती होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में अब जलापूर्ति भी नहीं हो पा रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का संकट गहराने लगा है वही देखना अब यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश का बिजली विभाग कितना पालन करता है और रोस्टिंग के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धारित किए गए समय पर बिजली सप्लाई देता है या फिर इसी तरह बिजली के आंख मिचौली का खेल जारी रहेगा और ग्रामीण क्षेत्र की जनता परेशान होती रहेगी।

 

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