मनीष गर्ग
नवंबर माह में कलेक्टर के निरीक्षण दौरे के समय दिये गये निर्देश का पालन चार माह बाद भी नहीं कर पाए अधिकारी।*
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने रघुराज नगर तहसील के ग्राम बराकला का आकस्मिक निरीक्षण किया था। और संबंधित अधिकारियों को भ्रमण के दौरान राशन दुकान बंद मिलने पर बिक्रेता और राशन दुकान संचालक के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। लेकिन खाद्य विभाग और एसडीएम ने कलेक्टर के निर्देश को हवा में उडा दिया और हर टीएल में कलेक्टर द्वारा पूछताछ करने और निर्देश देने के वावजूद संबंधित अधिकारियों द्वारा चार माह बाद भी अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
ताज़ा मामला अभी कोठी की राशन दुकान के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश का है। पूर्व में भी कलेक्टर को जनसुनवाई में कोठी राशन दुकान की बहुत सारी शिकायत मिलने पर टी एल बैठक में जिला आपूर्ति अधिकारी को स्वयं जाकर जांच और कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। जिला खाद्य अधिकारी ने जांच में अनेक गड़बड़ी और विसंगति पाई। लिहाजा राशन दुकान से 900, क्विंटल खाद्यान्न भी गायब मिला। नगर पंचायत सी एम् ओ द्वारा भी पिछले तीन माह से हितग्राहियों को खाद्यान्न वितरण नहीं किए जाने की पुष्टि भी की।
कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को एफ आई आर दर्ज कराने और खाद्यान्न की वसूली कराकर हितग्राहियों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश एक सप्ताह पूर्व दे चुके हैं।यह कार्यवाही केवल दो दिन में करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए थे। लिहाजा आज लगभग 10 दिन गुजरने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी है। वैसे भी माना जाता है कि सतना जिले में खाद्यान्न माफिया के सामने सभी नत मस्तक रहते हैं। जनप्रतिनिधि भी अपने भाषणों में सरकारी मुफ्त अनाज की गरीबो में वितरण की योजना का खूब प्रचार प्रसार करते हैं। लेकिन गरीब की थाली तक मुफ्त अनाज पहुंचाने में बेबस नजर आते हैं।