अश्विनी श्रीवास्तव
चित्रकूट। जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य कार्यक्रम के संबंध में बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी ने बताया कि हीटवेव पर ‘‘क्या करें, ‘‘क्या न करें‘‘ की जानकारी देते हुए बताया कि शरीर में जल की कमी से बचाव शरीर को ढक कर रखें यथासंभव अधिक से अधिक अवधि के लिए घर कार्यालय इत्यादि के अंदर रहे उचित वायु संचरण वाले शीतल स्थानों पर रहे आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि ओआरएस का घोल सभी चिकित्सालय, आशा, एएनएम तक समय से पहुंचाया जाए। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों पर भी रखवाया जाए। सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सभी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों पर यह अवश्य पहुंच जाए कहीं पर न पहुंचने की समस्या प्राप्त हुई तो संबंधित प्रभारी चिकित्साधिकारी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों से कहा कि शुद्ध पेयजल को देखते हुए सभी गांव में हैंडपंप चालू रहे, टैंकर की भी व्यवस्था कर ले अगर वह खराब है तो उन्हें ठीक करा ले। जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराएं की गर्भवती महिलाएं व छोटे बच्चे धूप पर न निकले इसी प्रकार सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी भी अपने अपने क्षेत्र में प्रचार प्रसार कराएं। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिला रोग ग्रस्त एवं बच्चों पर ध्यान देना बहुत आवश्यक है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी कुमार अमरेंद्र, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इम्तियाज, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार सहित संबंधित अधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।