जोगिंद्र सिंह
भूसे से ओवरलोड चल रहे ट्रैक्टर ट्रालियों से हर समय हादसों का डर
हरियाणा बज
निसिंग/जोगिंद्र सिंह। करनाल- कैथल स्टेट हाईवे से हर रोज क्षमता से अधिक भूसा भरे हुए ट्रक व ट्रालियां लगातार गुजर रहे हैं। इन ट्रकों की अत्यधिक ऊंचाई व दाएं-बाएं करीब एक से दो फीट बाहर तक तिरपाल में भूसा ठूस ठूस कर भरा रहता है जो बाहर तक लटकता रहता है। स्टेट हाईवे पर झूल रहे बिजली के तारों को छूते हुए बड़ी जगह घेरे ये ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रालियां बड़े हादसे को न्यौता दे रहे हैं। प्रतिदिन ओवरलोड भूसे से भरे दर्जनभर से अधिक वाहन दौड़ते हुए नजर आते हैं,लेकिन ऐसे वाहनों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इन वाहनों के चलते निसिंग बाजार मे ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। लोगों को अपने गंतव्य की ओर निकलने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। बेशक हरियाणा सरकार इन पर लगाम लगाने के लिए ओवरलोड होने पर शिकंजा कस रही है। मगर फिर भी हादसे होते रहते हैं आए दिन सरकार और प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाता है। सड़क किनारे सावधानियों के बोर्ड भी लगाए जाते हैं।
बता दें कि त्रिपाल लगाकर भरी जा रही भूसे की ट्रैक्टर-ट्राली और ट्रक जमीन से महज कुछ फीट ही ऊपर रह जाते हैं। ऐसे में जब कोई वाहन इनके बगल से निकलने का प्रयास करता है तो उसे साइड लेने में परेशानी आती है। ज्यादा रात के समय में वाहन चालकों को निकलने में परेशानी होती है।ओवरलोड भरी ट्रैक्टर-ट्राली लोडिंग वाहन पलट भी जाती हैं। ऐसे वाहनों से लोगों ने हादसे की आशंका भी जाहिर की है। लोगों का कहना है कि हादसे से बचाने के लिए ओवरलोड चलने वाली इन ट्रैक्टर-ट्रालियों और ट्रकों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। इससे हादसों की बढ़ती संख्या और आशंका को रोका जा सके। स्टेट हाईवे पर ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियां व ट्रक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। तूड़ी ढोने वाले ट्रक व ट्रालियां भी इसी तरह नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं। अपनी ट्रालियों को तूड़ी से ठूंस-ठूंस कर भर लेते हैं। फिर पीछे आने वाले वाहन के बारे में पता ही नहीं चलता और न ही आसानी से दूसरे वाहन को साइड मिल पाती है।लोग हॉर्न बजाते-बजाते थक जाते हैं। कई बार तिरपाल आदि फटने से रास्ते में ही सारी तूड़ी बिखर जाती है, जिससे कभी कभी जाम भी लग जाता है। बिना संकेतक के सड़कों पर बेखौफ दौड़ते दिखते हैं। बिना लाइट के पुराने ट्रैक्टर भी रात के समय बड़ा खतरा साबित होते हैं। बिना लाइट व बिना रिफ्लेक्टर के होने के कारण रात में दुर्घटनाएं बढ़ने का खतरा रहता है, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
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भूसा करीब आठ से 10 फीट ऊपर तक भरा होता है
यातायात व्यवस्था बिगड़ने के साथ ही हादसे भी बढ़ रहे हैं। शहर की सड़कों सहित स्टेट हाईवे से गुजर रहे ओवरलोड वाहनों या क्षमता से अधिक भूसे से भरे वाहनों से दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। इसके बावजूद भूसे से भरे हुए ओवरलोड वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होने से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। गौरतलब है कि ट्रालियों में भूसा करीब आठ से 10 फीट ऊपर तक भरकर परिवहन किया जा रहा है।