राजेंद्र राठौर
झाबुआ , झाबुआ जिले में जनजाति संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले रमेश परमार एवं श्रीमती शांति परमार को 5 अप्रैल को राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित भव्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने पद्मश्री अलंकरण से अलंकृत किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा उनके मंत्रिमंडल के अनेक साथी भी उपस्थित थे। इस अलंकरण समारोह से रमेश परमार एवं श्रीमती शांति परमार 7 अप्रैल को झाबुआ लौटने पर पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल, जिला पंचायत सदस्य बहादुर हटीला, भाजपा ज़िला अध्यक्ष भानु भूरिया ,दीपेश सकलेचा, नाना राठौर, ओम शर्मा, मयंक रूनवाल, अशोक त्रिवेदी, अशोक कटकानी, राकेश परमार, प्रकाश पालीवाल, पूर्वेश कटारिया, अथर्व शर्मा, हर्ष गुप्ता सहित नगर के अनेक गणमान्य नागरिक एवम रातितलाई बस्ती के समस्त नागरिक उपस्थित थे। झाबुआ पहुंचते ही सर्वप्रथम रमेश परमार एवं श्रीमती शांति परमार ने दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात उपस्थित विशाल जनसमूह ने दोनो का भावभीना स्वागत किया। इसके पश्चात उपस्थित जनसमूह जुलूस के रूप में रमेश परमार एवम श्रीमती परमार को उनके निवास स्थान तक छोड़ने गया। इस अवसर पर भाव विभोर होते हुए रमेश परमार एवं श्रीमती शांति परमार ने कहा की आप लोगो के प्यार एवं सद्भावना के कारण ही हमे ये सम्मान प्राप्त हुआ है वास्तव में ये हमारा नही आपका सम्मान है, और जैसा की राष्ट्रपति ने कहा है की आपको आगे भी कार्य करते रहना है, तो हम निश्चित ही इस कार्य को और भी मनोयोग से पूरा करेंगे और साथ ही प्रयास रहेगा की आने वाली युवा पीढ़ी भी इस कार्य से जुड़ कर अपने आपको स्वावलंबी बना कर भारत को विकसित देशों की श्रेणी में खड़े करने के प्रधानमंत्री मोदी स्वप्न को पूर्ण करने में अपना सहयोग देंगे।