PM मोदी मणिपुर दौरा शनिवार को चुराचांदपुर जिले के शांति मैदान से शुरू हुआ, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर जातीय हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने आंतरिक रूप से विस्थापित परिवारों को भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार शांति बहाल करने और राज्य के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह पीएम मोदी का हिंसा के बाद मणिपुर का पहला दौरा था, जिसने राज्यवासियों के मन में उम्मीद जगाई।
7,300 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास
इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ने 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इनमें मणिपुर शहरी सड़कें, जल निकासी सुधार, मणिपुर इन्फोटेक डेवलपमेंट (MIND) परियोजना, महिला छात्रावास और सुपर-स्पेशलिटी स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं। इन योजनाओं से न केवल स्थानीय बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार और कौशल विकास के नए अवसर भी पैदा होंगे।
विस्थापितों के बीच विश्वास और संवाद
प्रधानमंत्री ने कहा कि “मणिपुर की धरती हिम्मत और आशा की धरती है” और उन्होंने सभी संगठनों से शांति के मार्ग पर आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने बताया कि भारत सरकार हाल के वर्षों में पूर्वोत्तर में कई समझौते कर चुकी है, जिससे विकास और संवाद का नया अध्याय शुरू हुआ है।
कनेक्टिविटी और स्वास्थ्य सेवाओं पर जोर
पीएम मोदी ने बताया कि 2014 के बाद से मणिपुर में सड़क और रेल कनेक्टिविटी में बड़ा निवेश हुआ है। जीरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन जल्द ही इंफाल को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ेगी। साथ ही, चुराचांदपुर में मेडिकल कॉलेज और पहाड़ी जिलों में आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत लाखों मरीजों को मुफ्त इलाज का लाभ मिला है।
शिक्षा और रोजगार के नए अवसर
सरकार ने 120 स्कूलों के सुदृढ़ीकरण, बहुउद्देशीय इनडोर स्टेडियम और ग्रामीण पर्यटन से जुड़ी परियोजनाओं को भी शामिल किया है। ये पहल न केवल शिक्षा के स्तर को ऊंचा करेंगी, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए खेल और रोजगार के अवसर भी बढ़ाएंगी।
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