मनीष गर्ग -रीवा
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि, पूज्य बापू कहते थे भारत की आत्मा गांवों में बसती है, लेकिन कांग्रेस ने गांधी के विचारों को भी अनसुना किया। आजादी के बाद की सरकारों ने भारत की पंचायती राज व्यवस्था को ध्वस्त किया। जो व्यवस्था सैकड़ों वर्ष, हजारों वर्ष पहले से थी, उसी पंचायती राज व्यवस्था पर आजादी के बाद भरोसा ही नहीं किया गया।
90 के दशक में पंचायती राज के नाम पर खानापूर्ति की, ध्यान नहीं दिया। 2014 के बाद से देश ने अपनी पंचायतों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया। आज इसके परिणाम नजर आ रहे हैं। आज भारत की पंचायतें गांवों के विकास की प्राणवायु बनकर उभर रही हैं।
पीएम मोदी ने शिवराज सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए, छिंदवाड़ा के विकास की बात करते हुए कमलनाथ पर निशाना साधा। वहीं, कांग्रेस को घेरते हुए पीएम ने कहा कि जिस दल की सरकार ने देश में सबसे ज्यादा समय तक शासन किया। उसने ही गांवों का भरोसा तोड़ दिया।
कांग्रेस सरकार ने पंचायतों से भेदभाव किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज यहां ई-ग्राम स्वराज और ई-जेम पोर्टल को मिलाकर जो नई व्यवस्था लॉन्च की गई है, उससे आपका काम और आसान होने वाला है। पीएम स्वामित्व योजना के तहत भी देश के 35 लाख ग्रामीण परिवारों को प्रॉपर्टी कार्ड दिए गए।
पहले की सरकारों ने पंचायतों से भेदभाव किया, अब उनसे उलटा हम उन्हें सशक्त कर रहे हैं। 2014 से पहले पंचायतों के लिए वित्त आयोग का अनुदान 70 हजार करोड़ से भी कम था। इतनी कम राशि से इतना बड़ा देश, इतनी सारी पंचायतें कैसे अपना काम कर पातीं। 2014 में हमारी सरकार आने के बाद पंचायतों को मिलने वाला यह अनुदान 70 हजार से बढ़ाकर 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है। 2014 से पहले के 10 साल में केंद्र सरकार की मदद से 6 हजार के आसपास पंचायत भवन बनवाए गए थे। हमारी सरकार ने 8 साल के अंदर 30 हजार से ज्यादा नए भवन बनवा दिए हैं। आजादी के इस अमृतकाल में हम सभी देशवासियों ने विकसित भारत का सपना देखा है, और उसे पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। भारत को विकसित बनाने के लिए भारत के गांवों की सामाजिक व्यवस्था को विकसित करना जरूरी है।