सेक्टर 13 में स्थित Agrasen Vidyalaya के प्रांगण में एक यौगिक कार्यशाला का आयोजन किया गया और विद्यालय में योग कार्यशाला में सांप सीढ़ी खेल के माध्यम से सिखाए यम व नियम के सिद्धांत

सेक्टर 13 में स्थित अग्रसेन विद्यालय के प्रांगण में एक यौगिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का पांचवीं कक्षा के लगभग 200 से अधिक विद्यार्थियों ने लाभ उठाया। विद्यालय की प्रिंसिपल रीटा गोयल ने हरियाणा योग आयोग के सदस्य तथा भारतीय योग संस्थान के पूर्व प्रांतीय संगठन मंत्री तथा कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ मनीश कुकरेजा एवं सहायिका रीना का स्वागत किया।
कार्यशाला का प्रारम्भ ध्वनि व गायत्री मंत्र उच्चारण से किया गया। कार्यशाला में 5 यमों व 5 नियमों तथा उनके विपरीत 10 वितर्कों को किस प्रकार से सांप सीढ़ी खेल के माध्यम से समझा जा सकता है इसका व्यवहारिक ज्ञान बच्चों को दिया गया। ताड़ासन, पद्मासन, वज्रासन, हंसी की की क्रिया तथा भ्रामरी प्राणायाम के अभ्यास के साथ साथ पांचों यमों, पांचों नियमों तथा 10 वितर्कों के सैद्धान्तिक पक्ष की बारीकियों को समझाया गया।
सभी छात्र व छात्राओं ने खेल खेल में योग के महत्त्वपूर्ण अंश को आत्मसात किया, बहुधा विद्यार्थियों ने स्वीकार किया कि वे योग साधना को जीवन का अभिन्न अंग बनाएंगे

इस कार्यशाला में यौगिक सांप सीढ़ी बोर्ड पर खेलने का अवसर प्रदान किया गया। सभी छात्र व छात्राओं ने खेल खेल में योग के महत्त्वपूर्ण अंश को आत्मसात किया व आनन्द लिया। बहुधा विद्यार्थियों ने स्वीकार किया कि वे योग साधना को जीवन का अभिन्न अंग बनाएंगे। उपस्थित शिक्षकों ने इस कार्यशाला की पद्वति को सराहा व अन्य बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरणा प्राप्त की।
विद्यालय की प्रिंसिपल रीटा गोयल ने आश्वासन दिया कि अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों हेतु वे शीघ्र ही अन्य योग कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में डॉ मनीश कुकरेजा द्वारा बांसुरी पर हम होंगे कामयाब धुन वादन कर सभी विद्यार्थियों के मनोबल को बढ़ाया गया।
डा. मुनीश कुकरेजा ने कुरुक्षेत्र के अन्य विद्यालयों में भी आगामी दिनों में इस प्रकार की योग कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा व एनसीईआरटी द्वारा यौगिक सांप-सीढ़ी खेल से सम्बंधित शोध पत्र को अधिकाधिक विद्यार्थियों के लाभ हेतु प्रचारित व प्रसारित किया जाएगा।