राजेंद्र राठौर
झाबुआ, वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जन्मोत्सव के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दिनांक 21 मई रविवार को वसंत कॉलोनी स्थित राजपूत भवन पर, महिलाओं एवं बालिकाओं की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. जिसके अंतर्गत चेयर रेस, तलवारबाजी, राजपूती परिधान( सोलह शृंगार ) में समाज की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की.
दिनांक 22 मई सोमवार को जेष्ठ शुक्ल तृतीया महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर, मुख्य कार्यक्रम पैलेस गार्डन पर आयोजित किया गया. यहां से सभी क्षत्रिय राजपूत सरदार एवं क्षत्राणीया परंपरागत वेशभूषा में, नगर के मुख्य मार्गो से भ्रमण करते हुए, वापस पैलेस गार्डन पहुंचे. शौर्य यात्रा में महाराणा प्रताप का आदम कद चित्र खुली जीप में सुसज्जित, मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा. युवाओं द्वारा जमकर आतिशबाजी की गई. शौर्य यात्रा में बैंड, 2 अश्व सवार, बुलेट, ढोल, एवं परंपरागत वेशभूषा में क्षत्रीय एवं क्षत्राणीया नगर में जहां-जहां से निकले, संपूर्ण मार्ग में अन्य समाज जनों एवं संगठनों के द्वारा पुष्प वर्षा से उनका स्वागत किया गया.
पैलेस गार्डन पर मुख्य कार्यक्रम में मंच पर विशिष्ट अतिथि के रूप में, ठाकुर लाखन सिंह सोलंकी. मुख्य अतिथि के रूप में ठाकुर प्रेम अदीब सिंह पवार,अध्यक्षता सुश्री अनिला बेस. समाज के अध्यक्ष भैरू सिंह सोलंकी, संरक्षक ठाकुर विजय सिंह राठौर, ठाकुर मनोहर सिंह राठौर. ठाकुर यशवंत सिंह पवार. उपस्थित रहे. मंचासीन सभी अतिथियों के द्वारा महाराणा के चित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता ठाकुर रविंद्र सिंह सिसोदिया महाराणा के चरित्र एवं उनके भारतीय इतिहास में योगदान पर प्रकाश डाला.
और वर्तमान परिस्थितियों वर्तमान में समाज में व्याप्त पर समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया. अपने उद्बोधन में युवाओं एवं समाज को बड़े अच्छे संदेश प्रदान किए. कार्यक्रम का संचालन कुंवर गजेंद्र सिंह चंद्रावत द्वारा किया गया. राजपूत समाज झाबुआ के अध्यक्ष ठाकुर भेरू सिंह सोलंकी के द्वारा अध्यक्षीय उद्बोधन प्रस्तुत किया गया. सचिव ठाकुर शंभू सिंह चौहान द्वारा, आय और व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया. एवं दानदाताओं का आभार व्यक्त किया गया.
कार्यक्रम के दौरान समाज के वरिष्ठ जनों का, कल्याणी मातृ शक्तियों का, विशिष्ट उपलब्धियां प्राप्त करने वाले समाज जनों एवं प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान किया गया. व एक दिवस पूर्व आयोजित प्रतियोगिताओं में विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम के पश्चात सभी समाज जनों का सहभोज रखा गया. अंत में ठाकुर राघवेंद्र सिंह सिसोदिया के द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया.