पांढरकावड़ा / दहेली (टांडा) – जब मेहनत और जनसमर्थन मिलकर इतिहास रचते हैं, तो उसका जश्न भी ऐतिहासिक होता है। गौर बंजारा समुदाय के गांव दहेली (टांडा) में ठीक ऐसा ही दृश्य 9 अगस्त 2025 को देखने को मिलेगा, जब रक्षाबंधन के पावन अवसर पर नवनिर्वाचित कृषि उपज बाजार समिति के स्वतंत्र निदेशक रजनीकांत डालूरामजी बोरेले का भव्य स्वागत किया जाएगा।
यह कार्यक्रम केवल सम्मान समारोह नहीं, बल्कि एक पूरे समाज की कृतज्ञता, एकजुटता और बदलाव की भावना का उत्सव होगा। इस दिन सेवालाल महाराज मंदिर परिसर में शाम 6 बजे से “पाचफल तौल”, महिलाओं को साड़ी वितरण, ग्रामीण भोज और सार्वजनिक सत्कार कार्यक्रम का आयोजन होगा।
ऐतिहासिक जीत जो बन गई प्रेरणा:
कृषि उपज बाजार समिति, पांढरकावड़ा के चुनाव में रजनीकांत बोरेले एकमात्र निर्दलीय उम्मीदवार थे। न उनके पीछे कोई बड़ा राजनीतिक दल था, न कोई प्रचार तंत्र – केवल उनके कार्य, सेवा और गांव का विश्वास था। भाजपा और कांग्रेस समर्थित पैनल दोनों के उम्मीदवार जहाँ चुनाव हार गए, वहीं बोरेले ने अपने दम पर बड़ी जीत हासिल की। इसे आम लोग “असंभव को संभव बनाने वाला चुनाव” कह रहे हैं।
पाचफल तौल: परंपरा और सम्मान का संगम
इस समारोह की सबसे खास बात होगी — पाचफल तौल, यानी पांच प्रकार के फलों से तौल कर स्वागत। यह पारंपरिक तरीका किसी व्यक्ति की उपलब्धि का सम्मान करने का सांस्कृतिक और प्रतीकात्मक तरीका है, जो इस क्षेत्र की गहरी लोक परंपराओं से जुड़ा है।
फल तौल के बाद महिलाओं को साड़ी वितरण किया जाएगा, जो रक्षाबंधन जैसे पवित्र पर्व पर महिलाओं के सम्मान का प्रतीक होगा। इसके साथ ही सभी उपस्थित ग्रामीणों के लिए भोज का आयोजन होगा।
क्यों अनोखे हैं रजनीकांत बोरेले?
रजनीकांत बोरेले सिर्फ एक चुनावी चेहरा नहीं, बल्कि “वन मैन आर्मी” के नाम से मशहूर एक ऐसा जनसेवक हैं जिनका हर कार्य क्षेत्र में परिवर्तन लाता है। उनके नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में किसानों को अनाज का बेहतर मूल्य मिला है। यही वजह है कि अब दहेली तांडा समेत आसपास के 90% किसान अपना अनाज सीधे उनके पास लेकर आते हैं। पहले यह अनाज यवतमाल, घाटंजी, या हिंघणघाट जैसे दूरस्थ बाज़ारों में बेचा जाता था।
उनकी अनाज खरीद नीति और पारदर्शी व्यापार ने स्थानीय कृषि अर्थव्यवस्था में क्रांति ला दी है। यही कारण है कि गांव के बुजुर्ग हों या युवा, महिलाएं हों या किसान – सबके दिल में रजनीकांत बोरेले के लिए विशेष स्थान है।
आयोजकों की अपील
इस भव्य आयोजन का नेतृत्व दहेली तांडा के सरपंच और नायक कर रहे हैं। आयोजन समिति में शामिल हैं:
धरमसिंह यू. राठोड़, सुभाष राठोड़, उमेश चव्हाण, बाबूलाल चव्हाण, रामराव राठोड़, अरविंद राठोड़, राजू नाइक, धनराज चव्हाण, रंगराव पवार, विक्रम राठोड़, पंकज राठोड़, गजू राठोड़, सुभाष चव्हाण और अन्य सभी ग्रामीण।
समारोह की जानकारी वासुदेव राठोड़ (सेवानगर जारंग), गणेश सिंघानिया, स्मित झाझरिया, मापारी सागर नेल्लावार द्वारा साझा की गई है।
एक संदेश, एक मिसाल
यह समारोह सिर्फ रजनीकांत बोरेले का सम्मान नहीं है, यह उस हर किसान, हर नागरिक का भी सम्मान है जिसने स्वतंत्र सोच और सेवा को प्राथमिकता दी। दहेली तांडा ने साबित कर दिया है कि जब जनता जागरूक होती है, तो राजनीति से ऊपर उठकर भी बदलाव संभव होता है।
9 अगस्त का यह आयोजन केवल गांव का नहीं, बल्कि एक उदाहरण है पूरे महाराष्ट्र के लिए – कि समाज की ताकत कहीं भी इतिहास रच सकती है।