राजेंद्र राठौर
शोक सभा में श्रद्धा सुमन अर्पित कर वक्ताओं ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया
झाबुआ के प्रसिध्द अभिभाषक , बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष , श्री ऋषभदेव बावन जिनालय के पूर्व व्यस्थापक ,पुण्य सम्राट के भक्त , समाजसेवी , बाबूलाल संघवी का 88 वर्ष की उम्र में देहावसान विगत दिनों हो गया ।वे अपने पीछे हरा भरापरिवार छोड़ कर गये ।अंतिम समय में मुनिराज पूज्य चन्द्रयश विजयजी द्वारा घर पधार कर मांगलिक श्रवण करवायी ।संघवी ने 1959 में इंदौर होलकर कॉलेज एसई अंग्रेज़ी माध्यम से विधि की डिग्री प्राप्त कर झाबुआ को अपना कार्यक्षेत्र चुना। संघवी के पिता स्व रखबचंद संघवी जो की झाबुआ के प्रसिद्ध अभिभाषक रहे हे ,के सानिध्य में वकालत का कार्य शुरू किया । 1963 में उनके छोटे भाई आनंदीलाल संघवी ने भी इंदौर क्रिश्चियन कॉलेज से विधि की डिग्री हासिल कर झाबुआ में उनके साथ वकालत प्रारंभ की ।आपने 62 वर्ण तक वकालत कर जिले के हजारो आदिवासीयों मे लोकप्रिय होकर निर्दोष आदिवासियों को न्याय दिलाने मे अग्रणी रहे । संघवी ने झाबुआ श्री ऋषभदेव बावन जीनालय के व्यवस्थापक के रुप मे वर्षों तक कार्य करते हुए अपने कानूनी ज्ञान के आधार पर जीनालय की सम्पतियौ को किरायेदारौ से मुक्त करवाया और इसके लिये वे खुद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक पेरवी करने गये | धार्मिक संस्कारों से ओत प्रोत संघवी ने ऋषभदेव बावन जिनालय के सामने स्थित श्री नकोडा जैन मंदिर हेतु भूमि क्रय करने मे भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाई थी | पुण्य सम्राट पूज्य जयंतसेन सुरीश्वरजी के निर्देशों से झाबुआ जीनालय के जिर्णोद्धार के कई कार्य भी संघवी ने किये |
मुक्तिधाम पर श्रद्धांजलि सभा हुई अंतिम यात्रा उनके निवास स्थान से निकली और गेल टाउनशिप के पीछे मुक्ति धाम पहुँची जहा उनके पुत्र अनिल ,राजेंद्र संघवी सहित परिवार के समस्त सदस्यों ने अंतिम विदाई दी। मुक्ति धाम पर आयोजित शोक सभा में वरिष्ठ एडवोकेट जगदिश नीमा, रमेश डोशी, दिनेश सक्सेना , आचार्य नामदेव, निर्मल मेहता , वीरेंद्र मोदी, श्वेतांबर समाज व्यस्थापक मनोहर भंडारी , स्थानक समाज अध्यक्ष प्रदीप रुनवाल, तेरापंथ समाज के कैलाश श्रीमाल , दिगम्बर समाज के निर्मल अग्रवाल , जैन सोशल ग्रुप अध्यक्ष पंकज जैन , महासंघ के नीरज राठौर , व्यापारी संघ अध्यक्ष संजय काठी , वरिष्ठ पत्रकार थादला से सुरेंद्र काकरिया , मेघनगर से रवि सुराना , पारा से परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश छाजेड सहित अनेक संस्थाओं के सदस्यों और झाबुआ , पेटलावद ,थादला बार एसोसिएशन द्वारा शोक सभा रखकर श्रद्धा सुमन अर्पित कर संघवी के साथ किए कार्यों का स्मरण किया और उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया संचालन यशवंत भंडारी ने किया ।