Russia Air Strike : पुतिन ने यूक्रेन से लिया जबरदस्त बदला, दागी ताबड़तोड़ मिसाइलें, फ्रांस ने मांगी भारत से मदद

Anchal Sharma
7 Min Read
Russia Air Strike 2025: पुतिन का यूक्रेन पर बड़ा हमला, दागी मिसाइलें, फ्रांस ने भारत से मांगी मदद

Russia Air Strike on Zelensky after drone attack: एक जून को रूस में हुए यूक्रेनी हमलों का करारा जवाब कल पुतिन की सेना ने दे दिया है। बढ़ते तनाव को देखते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति ने भारत से युद्ध रुकवाने को लेकर मदद मांगी है।

Russia Air Strike : पुतिन ने यूक्रेन से लिया जबरदस्त बदला, दागी ताबड़तोड़ मिसाइलें, फ्रांस ने मांगी भारत से मदद

Russia Air Strike on Ukraine: रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग दिन पे दिन नया मोड़ ले रही है। पिछले सप्ताह यूक्रेन ने जिस तरह से पूरी प्लानिंग के साथ रूस पर 117 ड्रोन हमले करके रूस को दहला दिया था। जिसमें रूस के 40 एयरबेस तबाह हुए थे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उस हमलें का बदला लेते हुए यूक्रेन को मुंहतोड़ जवाब देते हुए यूक्रेन पर बैलेस्टिक मिसाइलें दागी हैं। यह हमला इतना भीषण था कि इसमें एक बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि 6 से अधिक लोग घायल हैं। जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यूक्रेन ने कहा कि रूस ने गुरुवार को सुबह शाहेद श्रेणी ड्रोन ने रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया। जिसमें आवासीय भवनों को भी नुकसान पहुंचा हैं।

रूस ने कीव समेत कई शहरों पर किए हमलें

रूस के 40 एयरबेस तबाह होने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन काफी गुस्से में थे। उन्होंने यूक्रेन से बदला लेने को लेकर कहा था कि हमला कब करना है कैसे करना है ये हम तय करेंगे। रूस ने गुरुवार देर रात और शुक्रवार की सुबह यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों में बैलेस्टिक मिसाइलें दागकर बड़े पैमाने में नुकसान पहुंचाया है। रूस ने मिसाइल के साथ ड्रोन हमलें भी किए हैं।

जिसमें कीव, खारकीव, टर्नोपील, खमेलनिस्तकी, ऑब्लास्ट, लिव्व और लुस्तुक शहरों में हमले किए गए हैं। कीव ने हुए ड्रोन हमलें से 16 लोग घायल हैं। यूक्रेन ने बताया कि रूस ने TU – 95MS स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स se क्रूज मिसाइलें दागी है। कीव में हुए हमलें से मेट्रो लाइन के ट्रैक केबल खराब होने से यातायात प्रभावित हुआ है। वहीं डनीप्रोबोस्की जिले में गैस पाइप लाइन को भारी नुकसान पहुंचा हैं। रूस खासतौर पर टारनोपिल को निशाना नहीं बनाता लेकिन कल हुए हमलें से शहर की बिजली व्यवस्था खराब हो गई।

पुतिन ने अमेरिका समेत पश्चिमी देशों को दी चेतावनी

एक जून को रूस पर यूक्रेन ने जिस बर्बरता से हमला किया था। उससे ना सिर्फ़ यूक्रेनी सेना , खुफिया एजेंसी और एयर डिफेंस सिस्टम पर सवाल उठे थे बल्कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भी ग्लोबल मीडिया में किरकिरी हुई थी। पुतिन को पता था कि रूसी हमलें के पीछे अमेरिका और पश्चिमी देशों का हाथ हैं। रुस पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लगने लगा था कि पुतिन इस हमलें का बदला लेने के लिए कुछ बड़ा करेंगे। डर को देखते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन से एक घंटे फ़ोन पर बात की।

ट्रंप ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमलें के बाद हमनें पुतिन को शांत करने के लिए हमनें उन्हे फ़ोन किया और एक घंटे तक बातचीत चली। लेकिन पुतिन कहां मानने वाले थे। पुतिन ने मुझसे कहा कि रुस के हवाई अड्डों पर हुए हमले का जवाब रूस जरुर देगा। ट्रंप ने आगे कहा कि पुतिन अपनी शर्तो से समझौता नहीं करना चाहते हैं। एक घण्टे की फ़ोन पर बातचीत रूस और यूक्रेन के बीच शांति नही ला सकती। पुतिन ने शांति की सभी संभावनाओं पर पानी फेर दिया। मेरी बात सही साबित हुई। पुतिन ने 24 घंटे में यूक्रेन पर हमला कर दिया। रुस ने 103 ड्रोन और बड़ी संख्या में बैलेस्टिक मिसाइलें दागी हैं।जिसमें यूक्रेन को काफी नुकसान पहुंचा हैं।

शांति के लिए फ्रांस ने मांगा भारत का साथ

रुस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग में शांति को लेकर कई देश मध्यस्थता की भूमिका में नजर आ रहे हैं। पहले तो खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि मै अकेले इस युद्ध को रुकवा दूंगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर तुर्की में दो वार्ताएं भी हुई। लेकिन उसमें कुछ चीजों पर सहमति बनी थी। युद्ध विराम को लेकर रुस ने कुछ नहीं कहा था। अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रो ने भारत, चीन और ब्राजील से अपील की है कि वो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को समझाएं। फ्रांस के राष्ट्रपति ने पेरिस में ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के साथ संयुक्त बयान में कहा है कि पुतिन को अब चीन , ब्राजील और भारत ही समझा सकता है। इन देशों को मिलकर रूस पर दबाव बनाना चाहिए।

जिससे बातचीत का रास्ता खुले और शांति स्थापित हो। यूक्रेन युद्ध विराम को लेकर सहमति दर्ज करा चुका है। इधर भारत ने रूस और यूक्रेन युद्ध में संतुलित और कूटनीति का रुख अपनाया है। भारत ने कहा है कि वो तटस्थ नहीं बल्कि शांति के लिए खड़ा है। नई दिल्ली हमेशा से ही बातचीत को लेकर अपनी बात रखता रहा है। अमेरिका और पश्चिमी देश मानते है कि रूस के चीन और भारत से काफी अच्छे संबंध हैं। इसलिए यह बात ही रही है कि इन दोनों की अच्छी कूटनीति से बातचीत के रास्ते खुल सकते हैं

Follow Us On

YouTube: @Aanchalikkhabre

Facebook: @Aanchalikkhabre

Instagram: @aanchalik.khabre

Twitter “X” : aanchalikkhabr

LinkedIn: aanchalikkhabre

यह भी पढ़े : Putin Nuclear Threat: यूक्रेन पर जल्द परमाणु हमला कर सकते हैं Putin, यूरोपीय देशों में मची खलबली

Share This Article
Leave a Comment