कोरोना वायरस का इंजेक्शन लगते ही लड़की हुई बेहोश रीवा के संजय गांधी अस्पताल में नहीं देखा किसी डॉक्टर ने. थक हार कर लड़की को उसके परिजन रात 12:00 गांव लेकर चले गए. इस बात की जानकारी जैसे ही कलेक्टर रीवा को हुई उन्होंने संजय गांधी अस्पताल के डॉक्टरों की क्लास ली. तत्काल ही डॉक्टरों की टीम लड़की के गांव पहुंची और लड़की को सुबह लेकर वापस आ.ई इलाज प्रारंभ किया, हालांकि डॉक्टर इन सारी बातों को सिरे से खारिज कर रहे हैं.
पूरे देश के साथ रीवा में भी बच्चों का टीकाकरण प्रारंभ हुआ, रीवा के भोलगढ़ मैं रंजना साकेत ने खुशी-खुशी टीका लगवाया. टीका लगवाने के साथ ही उसकी स्थिति खराब हो गई. परिजन उसको अस्पताल लेकर पहुंचे. परिजन की मां की माने तो किसी भी डॉक्टर ने उसको नहीं देखा रात 12:00 बजे थक हार कर परिजन बच्ची को लेकर वापस चले गए रात भर घर में रहे परेशान रहे बच्ची को लेकर चिंतित रहे जैसे ही इस बात की जानकारी रीवा कलेक्टर को मिली उन्होंने बात को गंभीरता से लिया तत्काल ही संजय गांधी अस्पताल का अमला लड़की के गांव पहुंच गया लड़की को वापस लेकर अस्पताल पहुंचा लड़की का इलाज प्रारंभ किया लड़की अब खतरे से बाहर है हालाकी डॉक्टर इंजेक्शन से तबीयत खराब होने के साथ अस्पताल में देखे ना जाने की बात से साफ इंकार कर रहे हैं .
डॉक्टर अपनी गलती को छुपाने का प्रयास करते हुए अपने से ही बोल गए सुबह हम लड़की को उसके गांव से लेकर आए हैं हमने इलाज किया था वह ठीक है अभी ठीक है बड़ा सवाल इसके पहले रीवा के संजय गांधी अस्पताल की टीम किसी मरीज को लेने क्या कहीं गई थी जो आज जा पहुंची साफ माना जा सकता है रीवा कलेक्टर ने जब मामले में दखल दिया तब जाकर यह संभव हो पाया सुनिए संजय गांधी अस्पताल के डॉक्टर इंदुलकर क्या कुछ कह रहे हैं.